नई दिल्लीः तेलंगाना में सरकार का गठन हो गया है। सीएम रेवंत रेड्डी ने मंत्रालय का बंटवारा भी कर दिया है। वहीं अब विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति को लेकर बवाल मच गया है। बता दें कि एआईएमएआईएम के विधायक और असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। प्रोटेम […]
नई दिल्लीः तेलंगाना में सरकार का गठन हो गया है। सीएम रेवंत रेड्डी ने मंत्रालय का बंटवारा भी कर दिया है। वहीं अब विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति को लेकर बवाल मच गया है। बता दें कि एआईएमएआईएम के विधायक और असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। प्रोटेम स्पीकर का काम नए विधायकों को शपथ दिलाना और विधानसभा स्पीकर का चुनाव करवाना होता है। आमतौर पर प्रोटेम स्पीकर सबसे वरिष्ठ विधायक को चुना जाता है।
तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष जी किशन रेड्डी ने हैदराबाद में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा, हमने 8 सीटें जीती हैं और राज्य में वोट 14 प्रतिशत तक पहुंच गए हैं। एक वरिष्ठ नेता को प्रोटेम स्पीकर बनाने की परंपरा है। हालांकि, कांग्रेस ने एआईएमआईएम के साथ साठगाठ होने के कारण अकबरुद्दीन ओवैसी को इस पद पर नियुक्त किया है। हम इस पर आपत्ति दर्ज कराते है। हमारी मांग हैं कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव इस प्रोटेम स्पीकर के साथ नहीं होना चाहिए। हम यही बात राज्य के राज्यपाल के सामने भी रखेंगे। वहीं भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने भी अकबरुद्दीन ओवैसी के सामने शपथ लेने से मना कर दिया।
भाजपा विधायक राजा सिंह ने इससे पहले भी इस मुद्दे पर बयान दिया था। उन्होंने कहा, जब तक जिंदा हूं ओवैसी के सामने शपथ नहीं ले सकता। उन्होंने कहा कि टी राजा ने कहा, 2018 में भी इसी एआईएमआईएम के विधायक को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया था और उस समय भी नहीं ली। मैं कांग्रेस के सीएम रेवंत रेड्डी से पूछना चाहता हूं कि क्या आप बीआरएस के मार्ग पर चलना चाहते हैं। बता दें कि तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 8 सीटों पर कब्जा किया है। वहीं, कांग्रेस 64 सीट लाकर सरकार बनाई है। पूर्व सीएम केसीआर की पार्टी बीआरएस 39 सीट ही जीत पाई। वहीं, एआईएमआईएम के खाते में 7 सीटें आईं।