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Telangana Elections 2023: तेलंगाना में भाजपा प्रत्याशी KVR Reddy ने प्रदेश के सीएम को हराकर मारी बाजी

हैदराबाद: तेलंगाना (Telangana Elections 2023) में भाजपा के प्रत्याशी कटिपल्ला वेंकटरमन्ना रेड्डी (KVR Reddy) प्रदेश के मुख्यमंत्री के चन्द्रशेखर राव और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को हराकर चुनाव जीत गए हैं। तेलंगाना की कमारेड्डी विधानसभा सीट से ये तीनों धुरंधर चुनाव लड़ रहे थे। रमण रेड्डी ने सीएम के चन्द्रशेखर राव को 6741 मतों से हराया […]

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Telangana Elections 2023: तेलंगाना में भाजपा प्रत्याशी KVR Reddy ने प्रदेश के सीएम को हराकर मारी बाजी
  • December 3, 2023 9:21 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

हैदराबाद: तेलंगाना (Telangana Elections 2023) में भाजपा के प्रत्याशी कटिपल्ला वेंकटरमन्ना रेड्डी (KVR Reddy) प्रदेश के मुख्यमंत्री के चन्द्रशेखर राव और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को हराकर चुनाव जीत गए हैं। तेलंगाना की कमारेड्डी विधानसभा सीट से ये तीनों धुरंधर चुनाव लड़ रहे थे। रमण रेड्डी ने सीएम के चन्द्रशेखर राव को 6741 मतों से हराया है। कटिपल्ला रेड्डी को कुल 66,652 वोट मिले हैं। वहीं, सीएम चन्द्रशेखर राव को कुल 59911 वोट मिले हैं। इसके अलावा रेवंत रेड्डी कुल 54916 वोट पा सके।

इस कारण जीते केवीआर रेड्डी

केवीआर रेड्डी की जीत (Telangana Elections 2023) की सबसे बड़ी वजह यह रही है कि वे कमारेड्डी के ही रहने वाले हैं। उनका स्थानीय होना उनके फेवर में काम किया। केवीआर रेड्डी की इस ऐतिहासिक जीत पर उनकी कही एक बात सबके जहन में आ रही है। दरअसल, चुनाव प्रचार के दौरान अपने एक भाषण में उन्होंने कहा था कि कमारेड्डी डिपो की बसें कमारेड्डी में ही रहेंगी और बाहर की बसें वापस चली जाएंगी। इस भाषण के जरिए केवीआर रेड्डी रेवंत रेड्डी और सीएम केसीआर पर तंज कस रहे थे। क्योंकि ये दोनों ही कमारेड्डी विधानसभा में बाहरी प्रत्याशी थे।

कौन हैं केवीआर रेड्डी?

54 वर्षीय केवीआर रेड्डी (KVR Reddy) एक कारोबारी हैं। वह कामारेड्डी में शिक्षण संस्थानों से जुड़े हुए हैं। भाजपा से पहले रेड्डी केसीआर की पार्टी बीआरएस और कॉन्ग्रेस से भी जुड़े हुए थे। बता दें कि केवीआर रेड्डी कमारेड्डी में जिला परिषद के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। पीछले चुनाव में भी केवीआर रेड्डी ने बीजेपी की तरफ से कामारेड्डी सीट से लड़ा था, लेकिन उस बार वे जीत नहीं सके। इस हार के बाद भाजपा प्रत्याशी ने कामारेड्डी में अपनी पहुंच मजदूत की और क्षेत्र में कई सामुदायिक भवन बनवाए। नतीजतन इस बार के चुनाव में रेड्डी ने भारी मतों से जीत हासिल किया।

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