हैदराबाद। तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष बंदी संजय कुमार को गुरुवार को वारंगल की अदालत ने जमानत दे दी। उन्हें बुधवार को हिंदी एसएससी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले पुलिस ने उन्हें उनके करीमनगर स्थित आवास से हिरासत में लिया था। भाजपा की लीगल सेल टीम की तरफ से दाखिल की गई […]
हैदराबाद। तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष बंदी संजय कुमार को गुरुवार को वारंगल की अदालत ने जमानत दे दी। उन्हें बुधवार को हिंदी एसएससी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले पुलिस ने उन्हें उनके करीमनगर स्थित आवास से हिरासत में लिया था। भाजपा की लीगल सेल टीम की तरफ से दाखिल की गई जमानत याचिका पर कोर्ट ने संजय कुमार को 20 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी। बताया जा रहा है कि बीजेपी नेता आज जेल से रिहा हो जाएंगे।
बता दें कि तेलंगाना पुलिस ने बंदी संजय कुमार को 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का एक प्रश्न पत्र ‘इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप’ पर भेजने के मामले में मुख्य आरोपी बनाया है। पुलिस का आरोप है कि संजय कुमार ने इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप पर प्रश्न पत्र को भेजकर राज्य सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया।
बंदी संजय कुमार को जमानत मिलने पर बीजेपी के प्रवक्ता एन वी सुभाष ने कहा कि आखिर में सच की जीत हुई। यह भारत राष्ट्र समिति और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के मुंह पर तमाचा है। उन्होंने दावा किया कि तेलंगाना सरकार संजय कुमार को जेल में रखना चाहती थी ताकि वो पीएम मोदी के दौरे के दौरान कार्यक्रमों में हिस्सा ना ले सकें।
तेलंगाना पुलिस ने बताया कि 16 वर्षीय एक लड़के ने परीक्षा में बैठे एक छात्र से प्रश्न पत्र की तस्वीर ली। इसके बाद उसने छात्र के भाई को प्रश्न पत्र शेयर कर दिया। पुलिस ने कहा कि उसके बाद पेपर को इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप के एक ग्रुप में साझा किया गया। बाद में एक आरोपी ने पेपर को अन्य समूहों के साथ ही बंदी संजय कुमार को भी इसे भेजा।
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