जयपुर, राजस्थान में करौली के दंगा पीड़ितों से मिलने के लिए निकाली गई भाजपा की न्याय यात्रा को करौली पहुँचने से पहले ही रोक दिया गया. इसके बाद दौसा-करौली बॉर्डर पर कार्यकर्ताओं के बीच जमकर बवाल हुआ, पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प भी हुई. इस बवाल में जब भाजपा नेता नहीं माने […]
जयपुर, राजस्थान में करौली के दंगा पीड़ितों से मिलने के लिए निकाली गई भाजपा की न्याय यात्रा को करौली पहुँचने से पहले ही रोक दिया गया. इसके बाद दौसा-करौली बॉर्डर पर कार्यकर्ताओं के बीच जमकर बवाल हुआ, पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प भी हुई. इस बवाल में जब भाजपा नेता नहीं माने तो पुलिस ने भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया व सांसद मनोज राजौरिया को तुरंत ही हिरासत में ले लिया है.
इससे पहले सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ तेजस्वी सूर्या पहुंचे थे. सूर्या को करौली बॉर्डर पर पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर रोक दिया, लेकिन करौली जाने के लिए अड़े तेजस्वी सूर्या व अन्य नेता बॉर्डर पर ही धरने पर बैठ गए, पुलिस की समझाइश के बाद भी जब तेजस्वी नहीं उठे तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
बुधवार सुबह जयपुर से रवाना हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के काफिले को गंगापुर सिटी रोड पर जाने से रोकने के लिए दौसा जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र में भी नाकाबंदी कर दी गई, लेकिन काफिला जयपुर-आगरा हाईवे से सीधे महुआ की ओर निकल गया, ऐसे में, किसी भी अराजक स्थिति से निपटने के लिए दौसा, भरतपुर और करौली जिले के एसपी समेत 700 से ज्यादा पुलिस जवानों की तैनाती की गई है.
दौसा-करौैली बॉर्डर पर जब तेजस्वी सूर्या के काफिले को रोका गया तो उन्होंने कहा कि करौली में पूरी तरह से हिंसक हालात बने हुए हैं, हिंदू समाज के साथ बहुत अन्याय हुआ है. इस दौरान सूर्या ने कहा कि हमने प्रण लिया है या तो करौली जाएंगे या फिर जेल. इसके साथ ही वे निर्दोष को मामले में नहीं फंसाने, आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी, पीड़ितों को देने की मांग कर रहे हैं.