राजद प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप में घर मेें कलह की बात को सिरे से खारिज किया है. तेज प्रताप ने खुद को बलराम जबकि तेजस्वी को कृष्ण बताते हुए जदयू कृष्ण और बलराम को लड़ाने की कोशिश कर रही है.
नई दिल्ली. पिछले कुछ समय से जेडीयु और बीजेपी की ओर से राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार और उनके दोनों बेटों में सबकुछ ठीक न होने की बात कही जा रही है. ऐसे में लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि कृष्ण और बलराम को लड़ाने की कोशिश की जा रही है. उनके बीच जो भी आएगा तो कृष्ण के पास सुदर्शन चक्र है. तेज प्रताप ने खुद को बलराम जबकि तेजस्वी को कृष्ण बताया. जयप्रकाश नारायण के पैतृक स्थान सिताब दियारा की यात्रा से पहले तेज प्रताप ने ये बयान दिया.
बता दें कि पिछले 6 महीनों में आरजेडी की बैठक में तेजप्रताप में मौजूद नहीं होने पर जेडीयु और बीजेपी ने यादव परिवार में कलह का दावा किया था. ये बैठकें लालू की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर हुई थीं. इसको लेकर पूछे गए सवाल पर तेज प्रताप ने कहा था कि उनकी तबियत ठीक न होने के कारण वे नहीं आ सके. उन्होंने कहा कि वे पहले भी आरजेडी की बैठकों में शामिल होते रहे हैं और भविष्य में भी होते रहेंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को नौजवानों से जलन होती है और मीडिया का सहारा लेकर उनका मजाक उड़वाते हैं.
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