No Tax for Ganga Aarti in Varanasi: इनखबर इंपैक्ट! काशी घाट पर पूजा-पाठ करने और आरती में शामिल होने पर अब नहीं लगेगा टैक्स

Tax For Ganga Puja in Varanasi: गंगा घाट पर पूजा-पाठ और आरती पर टैक्स लगाने का फैसला वापस ले लिया गया है. इंडिया न्यूज की वेबसाइट इनखबर ने इस खबर को पूरजोर तरीके से उठाते हुए इस फैसले का विरोध किया था जिसके बाद प्रशासन को अपना फैसला बदलना पड़ा है. उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने कहा है कि गंगा के घाटों पर परंपरागत तरीके से पूजा पाठ, धार्मिक कार्य एवं कर्मकांड कराने वाले पंडा समाज को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.

Advertisement
No Tax for Ganga Aarti in Varanasi: इनखबर इंपैक्ट! काशी घाट पर पूजा-पाठ करने और आरती में शामिल होने पर अब नहीं लगेगा टैक्स

Aanchal Pandey

  • July 23, 2020 5:22 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 years ago

वाराणसी: गंगा घाट पर पूजा-पाठ और आरती पर टैक्स लगाने का फैसला वापस ले लिया गया है. इंडिया न्यूज की वेबसाइट इनखबर ने इस खबर को पूरजोर तरीके से उठाते हुए इस फैसले का विरोध किया था जिसके बाद प्रशासन को अपना फैसला बदलना पड़ा है. उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने कहा है कि गंगा के घाटों पर परंपरागत तरीके से पूजा पाठ, धार्मिक कार्य एवं कर्मकांड कराने वाले पंडा समाज को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है, उनसे कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा।

उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि गंगा के घाटों पर परंपरागत तरीके से पूजा पाठ, धार्मिक कार्य एवं कर्मकांड कराने वाले पंडा लोग अपनी इच्छानुसार इच्छुक हो तो रजिस्ट्रेशन कराएं, अन्यथा इसके लिए भी कोई बाध्यता नहीं होगी.

गौरतलब है कि गंगा घाटों पर गंगा आरती के लिए आयोजकों से सालाना तथा गंगा घाटों पर परंपरागत तरीके से पूजा पाठ कराने, धार्मिक कार्य एवं कर्मकांड कराने वाले पंडो से नगर निगम द्वारा शुल्क लिए जाने की घोषणा की गयी थी। जिसे संज्ञान देते हुए उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने कमिश्नर दीपक अग्रवाल एवं नगर आयुक्त गौरांग राठी से फोन पर वार्ता कर इसे अव्यवहारिक बताते हुए इस पर तत्काल रोक लगाए जाने हेतु कहां है।

मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने कहां की काशी एक धार्मिक नगरी है, पूरी दुनिया से लोग यहां पर आकर गंगा के घाटों पर पूजन पाठ एवं धार्मिक कार्य के साथ-साथ कर्मकांड यहां के विद्वान ब्राह्मणों के द्वारा कराते हैं। ऐसी स्थिति में पंडो से शुल्क लिया जाना कतई व्यवहारिक नही है। आपको बता दें कि काशी के तमाम पहचानों में एक पहचान का यहां के घाट भी है इन घाट से मां गंगा का दर्शन करना और साथ ही साथ गंगा की लहरों की अठखेलियां का लुफ्त उठाना हर किसी को भाता है ।

कहते है अड़भंगी शिव की नगरी पृथ्वी से अलग बसी हुई है और यही वजह है कि धार्मिक दृष्टि से काशी को विशेष स्थान प्राप्त है काशी के घाटों पर धार्मिक आयोजनों को कराना अति फलदाई भी माना जाता है । यहां लोग न केवल धार्मिक गतिविधियों का संचालन करते हैं बल्कि अपने इस धार्मिक कृत्यों से अपने और अपने परिजनों की प्रार्थना और बाबा विश्वनाथ से आशीर्वाद लेने आते हैं.

Tax For Ganga Puja in Varanasi: वाराणसी प्रशासन का तुगलकी फरमान, काशी के घाटों पर पूजा-आरती पर लगेगा टैक्स

UP BJP Working Committee New Team: लॉक डाउन के बाद यूपी में बीजेपी कर सकती है बड़े बदलाव, प्रदेश कार्यकारिणी में जुड़ेंगे नए नाम !

Tags

Advertisement