नई दिल्ली. अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत ( Taliban in Afghanistan ) के बाद से ही तालिबानी क्रूरता अपना चरम पर है, अफ़ग़ानिस्तान में तालिबानियों का इस तरह से आतंक है कि लोगों में डर बना हुआ है. अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत के बाद महिलाओं की स्थिति सबसे दयनीय बनी हुई है. हाल ही में, तालिबानी […]
नई दिल्ली. अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत ( Taliban in Afghanistan ) के बाद से ही तालिबानी क्रूरता अपना चरम पर है, अफ़ग़ानिस्तान में तालिबानियों का इस तरह से आतंक है कि लोगों में डर बना हुआ है. अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत के बाद महिलाओं की स्थिति सबसे दयनीय बनी हुई है. हाल ही में, तालिबानी लड़ाकों ने एक महिला फुटबॉल खिलाडी मेहजबीन हक्कानी का सर कलम कर दिया गया है.
तालिबानियों ने अफ़ग़निस्तान में महिलाओं की स्थिति दयनीय बना दी है. इसी क्रम में तालिबानियों ने महिला फुटबॉल खिलाड़ी मेहजबीन हकीमी का सर कलम कर दिया. अफगान महिला वॉलीबॉल राष्ट्रीय टीम की कोच ने महजबीन कि सिर कलम कर हत्या किए जाने की पुष्टि की है लेकिन किसी को भी इस निर्मम हत्या के बारे में पता नहीं चला क्योंकि तालिबान के लड़ाकों ने खिलाड़ी के परिवार को इस बारे में बात न करने की धमकी दी थी. महजबीन, अशरफ गनी सरकार के पतन से पहले काबुल नगर पालिका वॉलीबॉल क्लब के लिए खेली थी, और क्लब के स्टार खिलाड़ियों में से एक थी. कुछ दिनों पहले, उसके कटे हुए सिर और खून से लथपथ गर्दन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं.
बता दें कि हजारा जाती अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक हैं, तालिबान इनसे नफरत करता है और प्रताड़ित करता है. हजारा अफगानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा जातीय समूह और एक धार्मिक अल्पसंख्यक है. और महज़बीन भी इसी जाती की थी इसलिए महज़बीन को इस प्रताड़ना का सामना करना पड़ा.