नई दिल्ली: फूड डिलीवरी ऐप स्विगी इस महीने अपना आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है. हाल ही में कंपनी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल, इस बार शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन को स्विगी द्वारा स्पॉन्सर करने की खबरें जोरों पर हैं. कहा जा रहा है कि कंपनी ने करीब 25 करोड़ रुपये की डील को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं. मीडिया के मुताबिक, इस डील के तहत स्विगी ने एक अहम शर्त रखी है कि जोमैटो के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल निवेशक के तौर पर शो में हिस्सा नहीं लेंगे.
फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी में स्विगी और जोमैटो के बीच प्रतिस्पर्धा कई गुना बढ़ गई है. कुछ साल पहले तक दोनों कंपनियां एक ही स्तर पर थीं, लेकिन हाल के वर्षों में जोमैटो ने बाजार में अपनी स्थिति मजबूत की है. इससे स्विगी का मार्केटिंग खर्च भी बढ़ गया है, क्योंकि कंपनी अपने आईपीओ की तैयारी कर रही है. स्विगी ने अपनी तरफ से साफ कर दिया है कि वह करीब 3,750 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रही है, जिसमें से 950 करोड़ रुपये ब्रांड मार्केटिंग पर खर्च किए जाएंगे.
सोनी टेलीविजन पर ब्रॉडकास्ट होने वाले शो ‘शार्क टैंक इंडिया’ के 4th सीज़न की शूटिंग शुरू हो गई है. इस सीज़न में शार्क्स पैनल में पीपल ग्रुप के अनुपम मित्तल, बोट लाइफस्टाइल के अमन गुप्ता, एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स की नमिता थापर, लेंसकार्ट के पीयूष बंसल और ओयो के रितेश अग्रवाल शामिल हैं. पिछले सीज़न में शार्क के रूप में दर्शकों के बीच लोकप्रिय हुए दीपिंदर गोयल ने अपने तीखे सवालों और संस्थापकों के साथ बातचीत के लिए बहुत प्रशंसा हासिल की. शो से जुड़े उनके कमेंट्स और क्लिप्स ने उन्हें सोशल मीडिया पर और मशहूर बना दिया.
स्विगी की शार्क टैंक में एंट्री और जोमैटो का उस पर दांव लगाना न सिर्फ उनकी मार्केटिंग कोशिशों को दिखाता है बल्कि ये भी बताता है कि दोनों कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा का माहौल कितना बढ़ रहा है. जैसे-जैसे स्विगी अपने आईपीओ की ओर बढ़ रही है, इस डील के साथ वह अपने ब्रांड को एक नई पहचान देने की भी कोशिश कर रही है.
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