नई दिल्लीः सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद उनकी बहन श्वेता ने काफी वक्त साधना में गुजारा। वह अपने भाई को खोने का दुख सह नहीं पा रही थीं तो विपसना से लेकर मेडिटेशन तक कई चीजों का सहारा लिया। श्वेता ने कहा कि सुशांत बहुत प्यारे और स्ट्रॉन्ग आत्मा है। वह जब चाहें […]
नई दिल्लीः सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद उनकी बहन श्वेता ने काफी वक्त साधना में गुजारा। वह अपने भाई को खोने का दुख सह नहीं पा रही थीं तो विपसना से लेकर मेडिटेशन तक कई चीजों का सहारा लिया। श्वेता ने कहा कि सुशांत बहुत प्यारे और स्ट्रॉन्ग आत्मा है। वह जब चाहें उन्हें अपनी मौजूदगी का अहसास करवा सकते हैं। उन्होंने कई ऐसी घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सुशांत को कैलाश में देखा है। श्वेता ने यह भी बताया कि मौत के एक साल तक उनकी आत्मा परेशान थी।
श्वेता ने कहा कि उन्हें लोग सुशांत की बहन के रुप में जानते हैं। वह अब लेखक भी बन चुकी है। उन्होंने एक किताब भी लिखा है जिसका नाम पेन है। इसमें उन्होंने अपनी साधना और भक्ति के अनुभव को साझा किया है ताकि कोई अपनों से बिछड़ने का गम को सह सके। एक पॉडकास्ट के दौरान उन्होंने ये बाते कही। उन्होंने खुश होते हुए कहा कि मेरा भाई कैलाश में शिवजी के साथ है। श्वेता ने कहा कि वह वहां से सबको देखते है।
श्वेता ने आगे कहा कि उनके निधन के एक साल बाद अहसास हुआ था कि सुशांत कैलाश में है। उन्होंने कहा कि पहले वह परेशान लग रहे थे। बाद में लगा कि वह अच्छी जगह पर है। वह कैलाश में शिव के साथ हैं खुश हैं और अभी भी वहां से सब कुछ देख रहे हैं। सुशांत सबके लिए पॉजिटिव एनर्जी भेज रहे हैं। श्वेता ने आगे कहा कि वह कभी कैलाश नही गई लेकिन विजन में शुशांत उन्हें कैलाश में दिखे।