नई दिल्ली। गुजरात के लोगों के लिए ये खुश खबरी है। इस साल इंदौर के साथ-साथ सूरत को भी स्वच्छ सर्वेक्षण में नंबर वन रैंक मिला है। ताजा स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर ने लगातार सातवीं बार सूरत के साथ संयुक्त रूप से स्वच्छ शहर का खिताब हासिल किया है। स्वच्छता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को […]
नई दिल्ली। गुजरात के लोगों के लिए ये खुश खबरी है। इस साल इंदौर के साथ-साथ सूरत को भी स्वच्छ सर्वेक्षण में नंबर वन रैंक मिला है। ताजा स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर ने लगातार सातवीं बार सूरत के साथ संयुक्त रूप से स्वच्छ शहर का खिताब हासिल किया है। स्वच्छता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए इंदौर सबसे ज्यादा अंकों के साथ रैंकिंग में टॉप पर रहा। बता दें कि सर्वे टीम ने बारिश के मौसम में इंदौर का दौरा किया था, फिर भी वहां की साफ-सफाई देखने लायक थी। 7 साल में पहली बार ऐसा हुआ है, जब इंदौर के अलावा कोई और शहर भी नंबर वन बना है।
इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 की थीम “वेस्ट टू वेल्थ” पर केंद्रित है, जिसमें कचरे के प्रभावी प्रबंधन पर जोर दिया गया। 4,477 शहरों के बीच आवंटित 9,500 अंकों में से, इंदौर तथा सूरत दोनों ने उच्चतम अंक हासिल किए। ये संयुक्त जीत स्वच्छता बनाए रखने और कचरे को मूल्यवान संसाधनों में परिवर्तित करके राष्ट्रव्यापी स्वच्छ भारत मिशन में योगदान देने के लिए इन शहरों के समर्पण को रेखांकित करती है।
इंदौर लगातार सातवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना है। बता दें कि राष्ट्रपति ने CM मोहन यादव और कैलाश विजयवर्गीय को इस उपलब्धि के लिए अवॉर्ड देकर सम्मानित किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में ये स्वच्छता सर्वेक्षण अवॉर्ड-2023 मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को दिया। बता दें कि इस बार यह अवॉर्ड इंदौर और सूरत को संयुक्त रूप से दिया गया है। इस बार मध्य प्रदेश को कुल 6 नेशनल अवॉर्ड मिले।