नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार यानी आज बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री इंडिया: द मोदी क्वेश्चन पर प्रतिंबध को चुनौती देने वाली दो याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस संजीव खन्ना और एमएम सुंदरेश की बेंच इस मामले की सुनवाई करेंगी। बता दें, मामले को लेकर एक याचिका पत्रकार एन राम, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा […]
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार यानी आज बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री इंडिया: द मोदी क्वेश्चन पर प्रतिंबध को चुनौती देने वाली दो याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस संजीव खन्ना और एमएम सुंदरेश की बेंच इस मामले की सुनवाई करेंगी। बता दें, मामले को लेकर एक याचिका पत्रकार एन राम, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और अधिवक्ता प्रशांत भूषण, वहीं दूसरी याचिका अधिवक्ता एम एल शर्मा ने दायर की है।
2002 के गुजरात दंगों पर आधारित बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को केंद्र की मोदी सरकार ने 21 जनवरी को यूट्यूब और ट्विटर से लिंक हटाने के आदेश दिए थे। जिसके बाद वकील एम एल शर्मा और वरिष्ठ वकील यू सिंह ने प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला की पीठ से इस मुद्दे पर अपनी अलग- अलग जनहित याचिकाओं पर तत्काल सुनवाई करने का अनुरोध किया था। तब पीठ ने कहा था कि इस पर छह फरवरी को सुनवाई की जाएगी। हालांकि अब इस पर आज सुनवाई होनी है। बता दें, 21 जनवरी को सरकार द्वारा डॉक्यमेंट्री को प्रतिबंधित करने के बाद देश के कई शिक्षण संस्थानों में छात्र संगठनों ने डॉक्यूमेंट्री को बैन किए जाने पर हंगामा किया था, जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी।
सुप्रीम कोर्ट में बीबीसी डॉक्यूमेंट्री बैन के खिलाफ दायर याचिकाओं पर केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि, कई लोग इस तरह की याचिकाओं से माननीय सर्वोच्च न्यायालय का कीमती समय बर्बाद करते हैं। ऐसे याचिकाओं के कारण हजारों आम नागरिकों को न्याय के लिए तारीखों का इंतजार करना पड़ता है।