Supreme Court Rafale Verdict: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि राफेल सौदे मामले में जांच नहीं होगी और प्रक्रिया पूरी तरह सही है.
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को राफेल सौदे पर फैसला दिया और मामले में सभी याचिकाएं रद्द कर दीं. कोर्ट ने नरेंद्र मोदी सरकार को बड़ी राहत देते हुए कहा कि राफेल सौदे की जांच नहीं की जाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डील की प्रक्रिया में कोई कमी नहीं है और 36 राफेल विमान खरीदने के फैसले पर सवाल करना गलत है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सौदे की न्यायिक समीक्षा का कोई नियम तय नहीं है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, यह मामला शुरुआत से पूरी तरह पारदर्शी था और हम कह रहे थे कि कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह बेबुनियाद और राजनीतिक लाभ लेने के लिए लगाए गए थे.
सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में कहा कि राफेल की क्षमता पर कोई संदेह नहीं है और 36 राफेल विमानों की खरीद के नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले में कोई अनियमितता नहीं मिली है.साथ ही टेंडर आवंटित करने में भी कोई गड़बड़ी नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ”हमें एेसा कुछ नहीं मिला, जिससे लगे कि डील में कोई कमर्शियल पक्षपात हुआ हो.” गौरतलब है कि कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियां पिछले कई महीनों से केंद्र सरकार पर राफेल सौदे में घोटाला करने का आरोप लगा रही हैं. खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रैलियों और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पीएम नरेंद्र मोदी को चोर और भ्रष्ट कहा था.
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में रैलियों के दौरान राहुल गांधी ने कई बार पीएम नरेंद्र मोदी और रिलायंस धीरूबाई अंबानी एंटरप्राइजेज के मालिक अनिल अंबानी पर घोटाला करने का आरोप लगाया. सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद बीजेपी ने राहुल गांधी से माफी की मांग की. फैसले पर नाखुशी जताते हुए वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला पूरी तरह गलत है. हमारा कैंपेन पीछे नहीं हटेगा और यह तय करेंगे सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दायर करेंगे.