नई दिल्ली. अयोध्या राम मंदिर मामले को सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता के लिए भेज दिया है. रिटायर्ड जस्टिस एफएमआई कलीफुल्ला की अगुआई वाला पैनल, जिसमें श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्रीराम पंचू शामिल हैं, इस मामले पर मध्यस्थता का काम एक हफ्ते में शुरू करेगा. पैनल को 8 हफ्ते में सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट सौंपनी होगी. कोर्ट के इस फैसले के बाद जस्टिस कलीफुल्ला ने चुप्पी तोड़ी है.
उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने मेरी अध्यक्षता में एक मध्यस्थता समिति नियुक्त की है. मुझे अभी तक आदेश की कॉपी नहीं मिली है. अगर समिति गठित की गई है तो हम इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे. वहीं मामले पर फैसला आने के बाद श्री श्री रविशंकर ने ट्वीट कर लिखा, सबका सम्मान करना, सपनों को साकार करना, सदियों के संघर्ष का सुखांत करना और समाज में समरसता बनाए रखना – इस लक्ष्य की ओर सबको चलना है.
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई,जस्टिस एए बोबडे, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर ने मध्यस्थता का आदेश देते हुए प्रिंट और विजुअल मीडिया दोनों को मध्यस्थता की कार्यवाही की रिपोर्टिग करने से वर्जित कर दिया. शीर्ष अदालत ने मध्यस्थता में भाग ले रहे लोगों के मीडिया से बात करने पर भी रोक लगा दी.
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि मध्यस्थता की प्रक्रिया फैजाबाद में होगी और अगले हफ्ते में इसे शुरू किया जाए. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने आदेश में कहा कि यूपी सरकार मध्यस्थों को फैजाबाद में सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराए. अगर मध्यस्थ चाहें तो अन्य लोगों को भी पैनल में शामिल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़े तो मध्यस्थ कानूनी सलाह भी ले सकते हैं.
कई बार फिल्मी दुनिया के सीन असल जिंदगी में भी देखने को मिलते हैं. लेकिन…
प्रीतिश नंदी का 73 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली है। प्रीतिश के…
केरल के मलप्पुरम जिले की एक मस्जिद में आयोजित वार्षिक उत्सव के दौरान एक हाथी…
27 वर्षीय बॉडी पॉजिटिविटी इन्फ्लुएंसर कैरोल अकोस्टा की न्यूयॉर्क शहर के एक रेस्तरां में रात…
कैलिफोर्निया राज्य में आने वाले लॉस एंजिलिस के तीन जंगलों में यह आग लगी है।…
स्टंट करते समय सुरक्षा पर ध्यान न देना खतरनाक हो सकता है। हाल ही में…