Supreme Court Ayodhya Case: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अयोध्या राम मंदिर मामले में सुनवाई को जनवरी 2019 तक के लिए टाल दिया. बीजेपी नेता और समर्थक मोदी सरकार से राम मंदिर बनाने के लिए अध्यादेश लाने की मांग कर रहे हैं. सोमवार को #BringOrdinance4RamMandir ट्विटर पर ट्रेंड भी कर रहा था. राम मंदिर पर सुनवाई टलने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि न्याय में देरी अन्याय है तो वहीं हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने सुप्रीम कोर्ट को महान बताया.
नई दिल्ली. Supreme Court Ayodhya Case: सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जनवरी तक टलने पर तमाम तरह की राजनीतिक और सोशल मीडिया रिएक्शन आए जिसमें सबसे अनूठा रहा कि भाजपा और संघ के समर्थक ट्विटर पर नरेंद्र मोदी सरकार से ये मांग करते नजर आए कि बीजेपी सरकार अध्यादेश लाकर अयोध्या में राम मंदिर बनाए. भाजपा समर्थकों ने ट्वीटर पर भाजपा सांसदों से इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने की भी अपील की. अब अयोध्या वाले राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि न्याय में देरी भी अन्याय है. हालांकि उन्होंने संतों और भक्तों से धैर्य रखने की अपील की है.
वहीं हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार में मंत्री अनिल विज ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट महान है जो आतंकवादियों की फांसी के खिलाफ आधी रात को कोर्ट के दरवाजे खोल देता है लेकिन भगवान राम के नाम पर तारीख पर तारीख देता है. कोर्ट से सुनवाई टलने के फौरन बाद बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि वो संसद के शीतकालीन सत्र में अध्यादेश के जरिए अयोध्या में राम मंदिर बनाने की बात उठाएंगे. सोशल मीडिया पर भी तमाम भाजपा समर्थक और कुछ नेता भी अध्यादेश के जरिए राम मंदिर बनाने की बात कर रहे थे.
वहीं दूसरी तरफ हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी को चैलेंज किया कि वो अध्यादेश लाकर अयोध्या में राम मंदिर बनाकर दिखाए. ओवैसी ने तो यहां तक कह दिया कि बीजेपी का हर ऐरा गैरा नत्थू खैरा नेता अध्यादेश लाकर राम मंदिर बनाने की बात करता रहता है लेकिन सत्ता में रहने के बाद भी बीजेपी ऐसा नहीं करती है.
सुप्रीम कोर्ट महान है चाहे तो 29 जुलाई 2014 को 1993 मुंबई बम धमाकों के दोषी याक़ूब मेनन की फांसी की सज़ा टालने के लिए कोर्ट का दरवाजा रात को खोल दे और चाहे तो राम मंदिर जिसके लिए करोड़ों भारतवासी टकटकी लगाए इन्तजार कर रहे हों उसको तारीख दे दे – सुप्रीम कोर्ट महान है ।
— Anil Vij Minister Haryana, India (@anilvijminister) October 30, 2018