Japan PM in India: नई दिल्ली, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Japan PM in India) बतौर प्रधानमंत्री पहली बार भारत दौरे पर शनिवार को नई दिल्ली पहुंचे. जिसके बाद उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच 27 महीने बाद सालाना शिखर वार्ता हुई. इस वार्ता में दोनों […]
नई दिल्ली, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Japan PM in India) बतौर प्रधानमंत्री पहली बार भारत दौरे पर शनिवार को नई दिल्ली पहुंचे. जिसके बाद उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच 27 महीने बाद सालाना शिखर वार्ता हुई. इस वार्ता में दोनों नेताओं के बीच सैन्य, सांस्कृतिक संबंधों और द्विपक्षीय कारोबार को बढ़ाने और मजबूत करने पर चर्चा हुई.
भारत और जापान के बीच हुई इस शिखर वार्ता की सबसे महत्वपूर्ण बात रही जापान द्वारा पांच हजार अरब येन (3.20 लाख करोड़) के निवेश की घोषणा. दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मौजूदगी में विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग को मजबूत करने के लिए 6 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. बता दे इससे पहले भारत और जापान के बीच 2018 में टोक्यों में शिखर वार्ता हुई थी. जिसके बाद कोरोना महामारी की वजह से दोनों देशों के बीच शिखर वार्ता नहीं हो सकी थी.
भारत के पूर्वोत्तर भाग में स्थित राज्यों के विकास में जापान विशेष रूचि दिखा रहा है. इन भागों में शहरी विकास, साइबर सुरक्षा और गैर पारंपरिक ऊर्जा स्त्रोतों के विकास जैसे क्षेत्र है. विशेषज्ञ इन क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग की बड़ी संभावना बता रहे है. बताया जा रहा है कि जापान और भारत के बीच पूर्वोत्तर राज्यों के विकास पर विशेष चर्चा हुई.
इस शिखर वार्ता के बारे में जानकारी देते हुए भारत के विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने कहा कि इस बैठक में भारतीय सीमा में चीनी सेना के घुसपैठ पर भी बात हुई. प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री किशिदा को मौजूदा स्थिति और भारत के रूख के बारे में पूरी जानकारी बताई. जापान के प्रधानमंत्री किशिदा ने भी पूर्वी चीन सागर में चीन के रवैये के बारे में अपने अनुभवों के बारे भारत को जानकारी दी. जानकारी के मुताबिक भारत के प्रधानमंत्री ने वार्ता में कहा कि चीन और भारत की सीमा पर शांति के बिना दोनों देशों के बीच रिश्ते कभी सामान्य नहीं हो सकते है.
भारत और जापान के बीच हुई इस शिखर वार्ता में दोनों देशों के नेताओं ने रूस- यूक्रेन युद्ध पर भी बात की. जापान के प्रधानमंत्री ने रूस के यूक्रेन पर हमले को गंभीर घटनाक्रम बताते हुए कहा इसमें अंतरराष्ट्रीय मानकों का गंभीर उल्लंघन हुआ है. बता दे कि यूक्रेन मसले पर दोनों देशों का रूख अलग- अलग है. भारत जहां किसी भी पक्ष के बारे में खुलकर बात नहीं कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ जापान रूस की आलोचना कर चुका है।