नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामड़ी (Sukhdev Gogamedi) हत्याकांड की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह जांच एनआईए को सौंपी है. गैंगस्टर से जुड़े होने की वजह से इस पूरे मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी के हवाले कर दिया गया […]
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामड़ी (Sukhdev Gogamedi) हत्याकांड की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह जांच एनआईए को सौंपी है. गैंगस्टर से जुड़े होने की वजह से इस पूरे मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी के हवाले कर दिया गया है. मालूम हो कि सुखदेव सिंह की हत्या की जिम्मेदारी भारत से फरार गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ली थी, जो लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है.
5 दिसंबर, मंगलवार को राजस्थान की राजधानी जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामड़ी (Sukhdev Gogamedi) की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक, बदमाशों ने गोगामेड़ी के घर में घुसकर उनपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बता दें कि गोगामेड़ी के गार्ड की ओर से की गई जवाबी फायरिंग में एक बदमाश की भी मौत हो गई थी।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Gogamedi) राजस्थान में राजपूतों में जाना-माना चेहरा थे। यहां युवाओं में उनका खास सम्मान था। गोगामेड़ी लंबे समय तक राष्ट्रीय करणी सेना से जुड़े हुए थे। बाद में करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी और सुखदेव सिंह के बीच कुछ विवाद हो गया। जिसके बाद गोगामेड़ी ने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से अपना एक अलग संगठन बना लिया था। गोगामेड़ी ही इस संगठन के अध्यक्ष थे। हालांकि, 2021 में दोनों संगठनें वापस से एक हो गए। बता दें कि ये दो बार बसपा से चुनाव भी लड़े थे।
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