Study on India Pakistan Nuclear War: शोध के मुताबिक भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध होता है तो दस सैकेंड के अंदर कम से कम दस करोड़ लोगों की मौत होगी और दुनिया हिम युग की तरफ लौट जाएगी क्योंकि धरती पर कम से कम फिर दस सालों तक सूरज की रौशनी नहीं पड़ेगी. इसके अलावा एक झटके में पूरी दुनिया में जलवायू परिवर्तन हो जाएगा जिससे करोड़ों लोग मारे जाएंगे.
लंदन: सरहद के इस पार और उस पार बहुत सारे लोग हैं जो हर बात पर परमाणु युद्ध की धमकी देते हैं. लेकिन परमाणु युद्ध का परिणाम क्या होगा इस बारे में कोई बात नहीं करता. बात करना तो दूर कोई कल्पना भी नहीं कर सकता कि परमाणु युद्ध हो गया तो आखिर अंजाम क्या होगा. अजाम होगा दस करोड़ लोगों की एक झटके में मौत और दुनिया में हिम युग की वापसी जहां सूर्य निकलेगा ही नहीं. कल्पना कीजिए ऐसे जहां की जहां सिर्फ बर्फ ही बर्फ और चारों तरफ लाशे हैं. ये बात हम नहीं बल्कि रिसर्च पेपर में छपी है. रिसर्च पेपर में अनुमान लगाया गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 2025 में परमाणु युद्ध होगा जिसमें 10 करोड़ लोग मारे जाएंगे. रिसर्च पेपर में बताया गया है कि दूसरे युद्ध के दौरान हुए परमाणु हमले में 75 से 80 मिलियन लोग मारे गए थे लेकिन अब युद्ध हुआ तो 100 मिलियन लोग मारे जाएंगे.
रिसर्च पेपर में एक काल्पनिक घटना का जिक्र किया गया है कि 2025 में भारतीय संसद पर हमला होता है और लगभग सारे सांसद मारे जाते हैं. जवाब में भारतीय सेना टैंकों के साथ पीओके पर चढ़ाई कर देती है. इसके बाद बौखलाया पाकिस्तान भारत पर परमाणु बम से हमला कर देता है और फिर भारत भी पाकिस्तान पर न्यूक्लियर हमला कर देता है. अगर ऐसा होता है तो दोनों तरफ से मिलाकर 10 करोड़ लोग मारे जाएंगे. परमाणु हमले से दुनिया में सूर्य की रौशनी आनी बंद हो जाएगी और दुनिया हिम युग की तरफ चली जाएगी. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक परमाणु युद्ध के बाद दुनिया में कम से कम दस साल तक सूर्य की रौशनी नजर नहीं आएगी.
गौरतलब है कि कश्मीर में धारा 370 खत्म करने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच जबर्रदस्त तनाव का माहौल है. दोनों देशों के बीच व्यापार बंद हो गया है. कम्यूनिकेशन बंद हो गया है. द्विपक्षीय बातचीत तो पहले से बंद थी लेकिन अब राजनेयिक संबंध भी खत्म हो गए हैं. पाकिस्तान कश्मीर को लेकर संयुक्त राष्ट्र से लेकर दुनियाभर के देशों की मदद मांग रहा है लेकिन भारत पर किसी तरह का कोई दवाब नहीं पड़ रहा है. इमरान खान पिछले दिनों यूएन में दिए भाषण में पहले ही धमकी दे चुके हैं कि अगर बात आन पर आई तो वो लड़ते हुए मरना पसंद करेंगे.