मध्य प्रदेश के एक स्कूल में सीएम शिवराज सिंह चौहान बच्चों को मोटिवेट करने पहुंचे जहां उनसे एक छात्र ने ऐसा सवाल पूछा कि वह असहज दिखे. ये मौका तब था जब सीएम स्कूल में आयोजित 'हम छूं लेंगे आसमां' कार्यक्रम के दौरान बच्चों के सवालों के जवाब दे रहे थे.
भोपाल. मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री हाल में ही करियर काउंसिल की भूमिका में नजर आए. सीएम शिवराज सिंह चौहान उस स्कूल में छात्रों को सीख देने पहुंचे जिस स्कूल से कभी उन्होंने खुद शिक्षा हासिल की थी. लेकिन इस दौरान एक छात्र ने ऐसा सवाल पूछा डाला कि सीएम शिवराज सिंह चौहान असहज नजर आए. ऐसा तब हुआ जब सीएम स्कूल में आयोजित ‘हम छूं लेंगे आसमां’ कार्यक्रम के दौरान बच्चों के सवालों के जवाब दे रहे थे.
इस कार्यक्रम में एक छात्र ने सीएम से सवाल पूछा कि, ‘मामा पढ़ाई में जाति मत देखिए, इससे जनरल कैटेगरी के विद्यार्थियों का नुकसान हो रहा है, हमें लैपटॉप नहीं मिल रहा है.’ इस सवाल को सुनकर मुंख्यमंत्री भी थोड़ा असहज दिखे. जिसके बाद उन्होंने छात्र को समझाते हुए जवाब दिया कि सालों तक जो लोग पीछे रह गए, जिन्हें हमारे साथ की जरुरत है, ऐसे में अगर उन्हें कुछ दिया जा रहा तो उसे स्वीकार किया जाना चाहिए.
वहीं सीएम ने छात्र को यह भी साफ किया कि लैपटॉप की स्कीम सभी छात्रों के लिए है. उन्होंने कहा कि बेटे मेधावी विद्यार्थी योजना में फीस माफी और लैपटॉप देने की योजना हर स्टूडेंट के लिए है और कुछ जगह बच्चों थोड़ा बड़ा और विराट दिल के बनो और भविष्य के बारे में सोचो. इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने छात्रों को मोटिवेट करते हुए कहा कि सभी बच्चों को अपनी क्षमता का आंकलन स्वयं करना चाहिए और अपने भविष्य में लक्ष्य को बनाकर उसे अर्चीव करें. इससे बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर होंगे. बता दें कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में बोर्ड परीक्षाओं से पहले छात्रों को मोटिवेट करने के लक्ष्य से संबोधित किया था.
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