नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के साथ चर्चा के बीच प्रशांत किशोर का तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मिलना राजनीतिक पंडितो के समझ में नहीं आ रहा है. इस बीच कांग्रेस के तेलंगाना प्रभारी मणिकम टैगोर के द्वारा किये गए ट्वीट ने राजनीतिक गलियारों में हलचल बड़ा दी है. उन्होंने ट्वीट में बिना किसी […]
नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के साथ चर्चा के बीच प्रशांत किशोर का तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मिलना राजनीतिक पंडितो के समझ में नहीं आ रहा है. इस बीच कांग्रेस के तेलंगाना प्रभारी मणिकम टैगोर के द्वारा किये गए ट्वीट ने राजनीतिक गलियारों में हलचल बड़ा दी है. उन्होंने ट्वीट में बिना किसी के जिक्र किये, कुछ सवाल पुछा है, जिसे राजनीतिक पंडित किशोर और तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रमुख की मुलाकात से जोड़कर देख रहे है.
कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने ट्वीट किया कि, ‘कभी भी ऐसे किसी व्यक्ति का भरोसा मत करो, जो आपके दुश्मन का दोस्त हो।’ उन्होंने ट्वीट में सवाल भी पुछा- ‘क्या यह सही है?’. तेलंगाना में कांग्रेस और टीआरएस को कट्टर प्रतिद्विंदी माना जाता है। अब जब मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव सार्वजनिक तौर पर बता चुके हैं कि किशोर टीआरएस के साथ काम कर रहे हैं, ऐसे में कांग्रेस के साथ भी जारी चर्चाओं ने सवाल खड़े किए हैं। ख़बरों के मताबिक चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने रविवार को हैदराबाद में केसीआर से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद इस बात की अटकले थी कि किशोर की I-Pac (Indian Political Action Committee ) ने टीआरएस के साथ काम करने का फैसला किया है। दूसरी तरफ कांग्रेस नेताओ का मानना था कि चुनावी रणनीतिकार को अन्य पार्टियों से अलग होना होगा। बता दें प्रशांत किशोर इससे पहले पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस समेत कई दलों के साथ काम कर चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि इसके चलते किशोर के साथ उनके संबंधों में बाधा नहीं आएगी, क्योंकि वह पहले ही कंपनी के साथ अलग होने का ऐलान कर चुके हैं। ऐसी संभावनाएं जताई जा रही है कि प्रशांत किशोर जल्दी ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, अभी तक इस पर पार्टी या खुद प्रशांत किशोर की ओर से कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है।
बीते कुछ दिनों में प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के कई नेताओ से बैक-टू बैक बैठक की थी. इसके बाद प्रशांत किशोर को लेकर गठित कांग्रेस के एक विशेष पैनल ने अपनी रिपोर्ट भी अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दी है। जिसके बाद ऐसी उम्मीद लगाई जा रही थी वे जल्द कांग्रेस में शामिल हो सकते है.