नई दिल्ली। 22 जनवरी को हुए राम मंदिर उद्घाटन तथा राम मंदिर के गर्भ गृह में हुई प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से पूरा देश राममय हो चुका है। देशभर से लोग लाखों की संख्या में अयोध्या राम मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। इस बीच खबर आ रही है […]
नई दिल्ली। 22 जनवरी को हुए राम मंदिर उद्घाटन तथा राम मंदिर के गर्भ गृह में हुई प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से पूरा देश राममय हो चुका है। देशभर से लोग लाखों की संख्या में अयोध्या राम मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। इस बीच खबर आ रही है कि उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के तहत संचालित मदरसों के नए पाठयक्रम में प्रभु श्रीराम की कहानी(Shri Ram in Madrasas curriculum) भी शामिल करने का फैसला किया गया है। आइए बताते हैं क्या है पूरा मामला।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने गुरुवार को बड़ी जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि वक्फ बोर्ड के तहत संचालित मदरसों के नए पाठयक्रम में भगवान श्रीराम की कहानी भी शामिल की जाएगी। उन्होंने बताया कि मदरसा के छात्रों को पैगंबर मुहम्मद के साथ ही श्रीराम के जीवन के बारे में भी पढ़ाया जाएगा। बता दें कि वक्फ बोर्ड के तहत राज्य भर में 117 मदरसे संचालित किए जा रहे हैं।
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने बताया कि इसी साल 2024 में मार्च महीने से शुरू होने वाले सत्र में नया पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा। इसमें छात्र प्रभु श्रीराम के बारे में भी पढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि भगवान राम एक अनुकरणीय चरित्र है जिनके बारे में सब को पता होना चाहिए और उनका अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिता को अपना वादा पूरा करने में मदद के लिए भगवान श्रीराम ने सिंहासन छोड़ दिया और वन में चले गए। उन्होंने कहा कि श्रीराम जैसा पुत्र कौन नहीं चाहेगा?