नई दिल्ली। आज यानी 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024 के लिए अंतरिम बजट (Budget 2024) पेश किया है। लेकिन शेयर बाजार (Stock Market) को ये अंतरिम बजट रास नहीं आया है। जिससे बाजार गिरावट के साथ लाल निशान पर बंद हुआ। अंतरिम बजट के दिन बीएसई सेंसेक्स 106.81 अंक गिरकर 71,645.30 […]
नई दिल्ली। आज यानी 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024 के लिए अंतरिम बजट (Budget 2024) पेश किया है। लेकिन शेयर बाजार (Stock Market) को ये अंतरिम बजट रास नहीं आया है। जिससे बाजार गिरावट के साथ लाल निशान पर बंद हुआ। अंतरिम बजट के दिन बीएसई सेंसेक्स 106.81 अंक गिरकर 71,645.30 अंक पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी 28.25 अंक यानी 0.13 प्रतिशत गिरकर 21,697.45 अंक पर पहुंच गया। वहीं कारोबार के दौरान निफ्टी 21,832.95 अंक के ऊपरी और 21,658.75 अंक के निचले स्तर तक पहुंच गया।
दरअसल, अंतरिम बजट से पहले बाजार(Stock Market) में तेजी देखी जा रही थी। बाजार कल बंपर उछाल के साथ बंद हुआ। आज सुबह शेयर बाजार की शुरुआत सुबह 246 अंकों के उछाल के साथ हुई थी। जब वित्त मंत्री ने अंतरिम बजट पेश करना शुरू किया, उस समय बाजार करीब 300 अंकों के उछाल के साथ 72,020.74 के स्तर पर पहुंचा था। लेकिन बजट खत्म होने के बाद बाजार में गिरावट दर्ज की गई और बाजार गिरकर 71,759 रुपये के स्तर पर पहुंच गया।
जानकारी के अनुसार, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के मार्च में ब्याज दरों में कटौती नहीं करने के संकेत के बाद घरेलू बाजार की धारणा में कमजोरी आई। बजट को लेकर भी बाजार (Stock Market) की उम्मीदों को थोड़ा झटका लगा है। सेंसेक्स के ग्रुप में शामिल कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाइटन, बजाज फाइनेंस, विप्रो, टेक महिंद्रा और नेस्ले में मुख्यत: गिरावट दिखाई दी है। वहीं मारुति सुजुकी, पावर ग्रिड, एक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, एनटीपीसी, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी और इंडसइंड बैंक के शेयर में तेजी आई।
इस दौरान, एशिया के अन्य बाजारों (Stock Market) में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए। वहीं जापान का निक्की एवं चीन का शंघाई कंपोजिट गिरावट पर रहा। इसके अलावा यूरोपीय बाजारों में मिला-जुली स्थिति दिखाई दी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार को अपने प्रमुख ब्याज दर को स्थिर रखने के साथ ही बताया कि दरों में जल्दी कटौती होने की उम्मीद नहीं है। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 1,660.72 करोड़ रुपये के शेयर बेचा।
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