काशी धर्म परिषद का बयान: देश को इस्लामिक आतंकवादियों के हवाले नहीं छोड़ सकते

यूपी। भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर शुक्रवार की नमाज के बाद देश के ज्यादातर शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। कई जगहों पर प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने प्रशासन के निर्देश पर सख्त कार्रवाई की। इसी क्रम में शनिवार को […]

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काशी धर्म परिषद का बयान: देश को इस्लामिक आतंकवादियों के हवाले नहीं छोड़ सकते

Pravesh Chouhan

  • June 11, 2022 4:00 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

यूपी। भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर शुक्रवार की नमाज के बाद देश के ज्यादातर शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। कई जगहों पर प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने प्रशासन के निर्देश पर सख्त कार्रवाई की। इसी क्रम में शनिवार को पश्चिम बंगाल में बदमाशों और पुलिस के बीच ताजा झड़प हुई। बदमाशों ने पुलिस पर पथराव किया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। वहीं झारखंड के रांची में जिला प्रशासन ने रविवार तक इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है। यहां 12 इलाकों में धारा 144 लागू है। बता दें कि रांची में विभिन्न धार्मिक संगठनों ने बंद का आह्वान किया है।

धर्म परिषद की मांग

शुक्रवार को काशी धर्म परिषद में हिंसा पर एक प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें कहा कि देश को इस्लामिक आतंकवादियों के हवाले नहीं छोड़ा जा सकता। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। नफरत करने वालों की संपत्ति जब्त की जानी चाहिए। कट्टर नमाजियों से देश का माहौल बिगड़ रहा है। नूपुर शर्मा को धमकी देने वालों पर रासुका लगाई जाए। देश को बचाने के लिए जिस मस्जिद में पथराव हुआ, वहां संतों को सड़क पर उतरना होगा। देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों को जेल होनी चाहिए। तर्क देने वाले मौलानाओं के भाषणों को रिकॉर्ड किया जाना चाहिए।

अब तक क्या हुआ

प्रयागराज हिंसा में पुलिस ने आरोपितों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि 5000 अज्ञात व 70 नामजद आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। सभी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट व रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।

मास्टरमाइंड गिरफ्तार

वहीं, प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद अहमद उर्फ ​​पंप को भी हिरासत में ले लिया गया है। उसे पूरी हिंसा का साजिशकर्ता बताया जाता है। उसके मोबाइल में कई अहम सबूत मिले हैं। उसकी बेटी दिल्ली में पढ़ती है। फिलहाल पुलिस भी उसकी भूमिका की जांच कर रही है।

पुलिस को ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के कुछ नेताओं पर भी शक है। उनकी भूमिका की गहराई से जांच की जा रही है। एसएसपी का कहना है कि हिंसा में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ ही गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।

जेएनयू कनेक्शन

अब तक की जांच में सामने आया है कि जावेद उर्फ ​​पंप ने ही युवक को पुलिस पर पथराव करने के लिए उकसाया। जावेद की बेटी जेएनयू में पढ़ती है और सीएए एनआरसी प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण दिया। उसकी भी जांच की जा रही है। अब तक आरोपियों के खिलाफ 29 धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

हिंसा में अब तक 230 गिरफ्तार

पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर प्रदेश के कई जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा को लेकर अब तक कुल 230 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एडीजी (कानून व्यवस्था) ने बताया कि शांति व्यवस्था भंग करने वाले लोगों की पहचान की जा रही है और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

घर-घर चल रहा तलाशी अभियान

एडीजी ने आगे बताया कि कल जो घटना हुई उसमें कुछ जिलों में कुछ व्यक्तियों ने शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश की। अभी जिनकी पहचान की जा चुकी है। उनकी गिरफ़्तारी बहुत तेजी से की जा रही है और अब तक 230 व्यक्तियों की गिरफ़्तारी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि शांति भंग करने वालों की घर-घर तलाशी की जा रही है।

गैंगस्टर एक्ट के तहत होगी कार्रवाई

प्रशांत कुमार ने बताया कि अभी स्थिति नियंत्रण में है। हिंसा में शामिल दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई होगी और उनकी संपत्ति को भी जब्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को जो क्षति हुई है उसकी वसूली भी न्यायिक प्रक्रिया के तहत की जाएगी।

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