नई दिल्ली: अपनी अजब राइमिंग और कॉमेडी वीडियो से यूट्यूब की दुनिया में मशहूर अमित भड़ाना ने अब भक्ति की ओर रूख किया है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर भड़ाना का ‘वो श्रीराम हैं’ नाम से एक गीत है, जिसे यूट्यूब पर राम भक्तों के द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है. इस […]
नई दिल्ली: अपनी अजब राइमिंग और कॉमेडी वीडियो से यूट्यूब की दुनिया में मशहूर अमित भड़ाना ने अब भक्ति की ओर रूख किया है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर भड़ाना का ‘वो श्रीराम हैं’ नाम से एक गीत है, जिसे यूट्यूब पर राम भक्तों के द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है. इस बीच अमित भड़ाना ने इनखबर से खास बातचीत की है, जिसमें उन्होंने अपने नए गीत के बनने समेत अपनी जिंदगी के कई राज खोले हैं.
इनखबर के संपादक विद्या शंकर तिवारी से बातचीत में अमित भड़ाना ने कहा कि ये गीत अभी बनाना है या इन दिनों (प्राण प्रतिष्ठा के वक्त) में ही बनाना है ऐसा कुछ नहीं सोचा था. इसकी प्लानिंग कई महीनों से चल रही थी. इसके विजुअल मेरे दिमाग में आ रहे थे कि किस तरीके से स्टोरी और बाकी सब बनाना है. प्रभु की ऐसी कृपा रही कि ऐसे समय में जब पूरा देश राममय हो रहा है वो भजन बन गया. भड़ाना ने कहा कि जिन्हें भी प्रभु के प्रति थोड़ा बहुत झुकाव है, उनकी मुसीबतें प्रभु दूर कर देते है, वे मुसीबतों को हर लेते हैं. हमारे गीत की कहानी इसी पर आधारित है. इस गीत को लेकर मेरा आइडिया यही था कि अगर आप सच्चे मन से भक्ति करते हैं तो प्रभु आपके दुख हर लेते हैं.
अमित भड़ाना ने आगे कहा कि मैंने अपने जीवन में कई बार ऐसी चीजें महसूस की है, जब मेरे साथ कोई बुरी घटना घटी, उस वक्त मेरे व्यवसाय या जो काम मैं करता हूं उससे ही उसका समाधान निकला है. उन्होंने कहा कि जब भी इंसान मुसीबत में आएगा, उसके व्यवसाय या जो काम वो करता है उससे ही सॉल्यूशन निकल आयेगा. बता दें कि भड़ाना ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर कहा कि उन्हें निमंत्रण मिला है और वो इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे.
भड़ाना से जब पूछा गया कि आपने एक यूट्यूबर, एक्टर और राइटर बनने का सफर तय कर लिया है, अब आगे क्या सोचा है? इस पर अमित ने कहा कि मैं हमेशा सीखने वाला इंसान रहा हूं. अभी तक सीखने का सफर चल रहा है, आगे भी चलता रहेगा. इस बीच पारिवारिक जिंदगी पर बात करते हुए भड़ाना ने कहा कि पहले चाचा बहुत पिटाई करते थे, लेकिन अब वो आंखों से डराते हैं. इतनी उम्र होने के बाद अब उन्हें अच्छा नहीं लगता होगा 7-8 लड़कों के बीच मेरी पिटाई करना. यूट्यूबर ने कहा कि यह डर बहुत जरूरी है. प्रसिद्धी और पैसा मिलने के बाद इंसान किसी को कुछ समझना बंद कर देता है, इसलिए परिवार में बड़े का डर होना जरूरी है.
इनखबर ने जब अमित भड़ाना से सवाल किया कि क्या अब वो खुद को एक सेलिब्रिटी मानते हैं? इसके जवाब में अमित ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. मेरे आस-पास ऐसे लोग हैं जो कभी मुझे झाड़ पर चढ़ने ही नहीं देते. आज भी मेरी मम्मी मुझसे दुकान से दूध लाने को कहती हैं. भड़ाना ने कहा कि कई बार मेरे साथ ऐसा हो जाता है, जब मेरे पास पहनने को कपड़े ही नहीं होते हैं. मैं अपने भाईयों से टी-शर्ट और शर्ट मांगता रहता हूं. मुझे सेलिब्रिटी वाली फीलिंग कभी चाहिए ही नहीं. मैं सिर्फ अपने काम में व्यस्त रहता हूं.
अमित भड़ाना से सवाल किया गया है कि जब कई यूट्यूबर गाली देकर काफी फेमस हो गए तो आपने ये रास्ता क्यों नहीं चुना? इस पर भड़ाना कहते हैं कि मैं अपनी माता जी की वजह से गाली नहीं देता हूं. मेरी वीडियो मेरी माता जी भी देखती हैं. इसके साथ ही मुझे ऐसा लगता है कि शायद मेरे मुंह से ये चीजें अच्छी नहीं लगेंगी और मुझे यही चीज अब संतुष्टि देती है. मुझे लगता है कि चाहे मेरा काम दो लोगों को पसंद आए या चार लोगों को. लेकिन मेरे ऊपर कोई ऊंगली नहीं उठा सकता है कि आपने सफलता गलत राह पर जाकर प्राप्त की है. इसके साथ ही अमित भड़ाना ने कहा कि जो लोग गाली देते हैं वो उनका तरीका है, वो उनकी स्टाइल है. सबका अपना-अपना स्टाइल होता है.
इनखबर के संपादक ने जब अमित भड़ाना से उनके 7 साल के यूट्यूब के सफर के बारे में पूछा. तब यूट्बूर ने कहा कि पहले की तुलना में अब जिंदगी में एक ठहराव आ गया है. भड़ाना ने कहा कि मेरे अंदर का लौंडा कभी मरता नहीं है. इस वक्त मैंने उस लौंडे को थोड़ा शांत कर दिया है, क्योंकि उस लौंडे में धैर्य बहुत कम है. उसे काम करना है, उसे भागना है, फटाफट कुछ करना है. इसलिए मैंने उसे अभी शांत कर दिया है. काम अब भी करेंगे, लेकिन प्रभु के करीब रहकर, परिवार के करीब रहकर. अब थोड़ा आराम से काम करेंगे, कोई भगदड़ नहीं है. यूट्यूब वीडियो को लेकर भड़ाना ने कहा कि अब मेरे अंदर काफी बदलाव आ गया है. अब मैं अपनी वीडियो में चाहकर भी वो ह्यूमर नहीं दे पाता. अब मेरी अंदर एक जिम्मेदारी आ गई है. मैं अब अपनी वीडियो में किसी को चश्मिश कहकर नहीं बुला पाता हूं.
भड़ाना से उनकी लॉ की पढ़ाई के बारे में पूछने पर अमित ने कहा कि उन्होंने किसी के दबाव में ये नहीं किया है. चाचा जी चाहते थे कि मैं पढ़ाई करके नौकरी करूं, लेकिन मैं अपनी लौंडों वाली जिंदगी छोड़ना नहीं चाहता था. इसलिए सोचा कि उन्हें तीन साल के लिए उलझा देता हूं. इसलिए मैंने एलएलबी करने का सोचा है. एलएलबी खत्म होने के बाद अब मैं एलएलएम कर रहा हूं.
एक सफल यूट्यूबर बनने के बाद अब अमित भड़ाना के आगे का क्या प्लान है, क्या वे राजनीति में जाएंगे? इस सवाल के जवाब में अमित ने कहा कि उनकी बचपन से ही राजनीति में रूचि है. देश में युवाओं को राजनीति में दिलचस्पी रहनी भी चाहिए तभी नेताओं की जनता के प्रति जवाबदेही बढ़ेगी. खुद के राजनीति में आने के सवाल पर भड़ाना ने कहा कि मेरी नजर में राजनेता की परिभाषा दूसरी है. मैं आजादी के आंदोलन के दौरान हुए नेताओं को अपना आदर्श मानता हूं, जिसमें समाज के लिए त्याग और उसे कुछ देने का जज्बा है.