कोलकाता। पश्चिम बंगाल की ममता सरकर इस वक्त शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर घिरती नजर आ रही है। ईडी ने शनिवार को तृणमूल सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि सरकार में शामिल कई और मंत्री केंद्रीय एजेंसी की रडार पर है। इसी बीच […]
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की ममता सरकर इस वक्त शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर घिरती नजर आ रही है। ईडी ने शनिवार को तृणमूल सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि सरकार में शामिल कई और मंत्री केंद्रीय एजेंसी की रडार पर है। इसी बीच राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने कहा कि बंगाल में इस घोटाले के बारे में हर किसी को मालूम था. उन्होंने कहा कि, अदालत के दखल के बाद जांच एजेंसियों ने कार्रवाई शुरू की जिसके बाद सच सामने आया है.
बता दें कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने तंज कसते हुए कहा कि, हम उम्मीद करते हैं कि इस पूरे मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो और उन्हें सज़ा हो. दरअसल, ये घोटाला तब हुआ जब पार्थ चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे. ईडी ने इस पूरे मामले में शनिवार को पार्थ चटर्जी पर कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया. गौरतलब हैं कि, पार्थ ने गिरफ्तारी के बाद तबीयत बिगड़ने की शिकायत की जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. ईडी ने पार्थ के साथ अर्पिता मुखर्जी को भी गिरफ्तार किया है. अर्पिता के घर से 21 करोड़ रुपये कैश बरामद हुआ था.
गौरतलब है कि टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से ईडी को शुक्रवार 21 करोड़ रुपये नकदी कैस मिला था. जिसके बाद ईडी ने पहले पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया और फिर बाद में अर्पिता को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
वहीं, ईडी के एक अधिकारी ने इस पूरे मामले पर कहा कि, प्रथम जांच में इस पूरे घोटाले का अर्पिता का संबंध दिख रहा है. वो जब्त रुपयों का स्नोत नहीं बता पा रही है. हम उसे अदालत में पेश करेंगे. बता दें कि पार्थ चटर्जी के निजी सहायक सुकांत आचार्य को भी हिरासत में लिया गया है.