Sri Sri Ravi Shankar Karan Johar Heart to Heart Conversation: करण जौहर के साथ अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर ने दिल से दिल तक संवाद के पहले एपिसोड में कोरोना वायरस को लेकर कहा कि ये वर्ल्ड वार 3 से कम नहीं है.
नई दिल्ली. फिल्म निर्माता करण जौहर के साथ खास बातचीत के दौरान अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर ने #HeartToHeart के पहले एपिसोड में कोरोना समेत कई मुद्दों पर चर्चा की. कोरोना वायरस को लेकर श्री श्री रविशंकर ने कहा कि ये वर्ल्ड वार 3 से कम नहीं है. हम कई चुनौतियों को पार करके आए हैं. हम इसे भी पार कर लेंगे. खुद पर भरोसा रखिए. मेडिटेशन कीजिए. आपको काफी शांति और ताकत मिलेगी.
करण जौहर से बातचीत करते हुए श्री श्री रविशंकर ने कहा कि जिससे प्रेम होता है उसी से गुस्सा भी होता है, लोग दुख को लेकर निश्चिंत रहते हैं कि दुख आएगा लेकिन सुख को लेकर इतना निश्चिंत नहीं रहते. गुरु जी ने कहा कि आपका नजरिया ये बताता है कि सामने वाला व्यक्ति अच्छा आदमी है या बुरा आदमी है. एक मां की नजर से देखें तो बच्चा हर हाल में अच्छा ही होता है. कोई अच्छा या बुरा नहीं होता, बच्चे सारे अच्छे ही पैदा होते हैं, किसी को अच्छा बुरा नहीं सोचिए. अंदर झांककर देखें तो हर कोई अच्छा इंसान है.
श्री श्री रविशंकर ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि ब्रम्हाणं में एक ऐसी शक्ति है जो आपसे बहुत प्यार करती है, उस शक्ति से प्यार कीजिए और भरोसा कीजिए कि सब ठीक हो जाएगा. आपका पिछला जन्म आपके वर्तमान जन्म के व्यक्तित्व के निर्माण का काफी महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. बता दें कि सवालों का जवाब देने के साथ साथ श्री श्री रवि शंकर ने रेपिड फायर राउंड में भी मजेदार जवाब दिए. नीचे पढ़िए.
प्यार– नेचर
शादी– त्याग का तरीका
रोमांस– मैं हर दिन रोमांस करता हूं नेचर के साथ
डेथ– वो सच जो दुनिया ने नहीं देखा
सफेद– क्योंकि उसमें सब रंग शामिल हैं
लीडर– हर आदमी के भीतर एक लीडर है और वो आध्यात्मिक है.
डिजायर– मैं सबके चेहरे पर हंसी देखना चाहता हूं
आध्यात्मिक गुरू ना होते तो क्या होते?– मैं आध्यात्मिक गुरु गलती से बन गया. अगर ये ना बनता तो मैं म्यूजीशियन होता
पैशन क्या है? जो भी मैं करता हूं पैशन के साथ करता हूं
स्टाइल स्टेटमेंट– कीप इट अप
फेवरेट फिल्म– हर इंसान की कहानी एक फिल्म की तरह है-
फेवरेट गाना– मैं हूं मंजिल, मैं हूं सफर भी, मैं ही मुसाफिर हूं… मैं ही मुसाफिर हूं. मैं हूं राधा, मैं हूं यशोदा, मैं हूं कृष्ण कन्हाई.. (खुद का गाना है)