नई दिल्ली: लोकसभा स्पीकर के नाम को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष एकमत नहीं हो पाए. जिसके बाद अब NDA उम्मीदवार ओम बिड़ला और विपक्ष के के. सुरेश के बीच लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर चुनाव होगा. इस बीच चुनाव से पहले विपक्षी एकजुटता को बड़ा झटका लगा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्पीकर […]
नई दिल्ली: लोकसभा स्पीकर के नाम को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष एकमत नहीं हो पाए. जिसके बाद अब NDA उम्मीदवार ओम बिड़ला और विपक्ष के के. सुरेश के बीच लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर चुनाव होगा. इस बीच चुनाव से पहले विपक्षी एकजुटता को बड़ा झटका लगा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्पीकर चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में फूट में हो गई है. पश्चिम बंगाल की पार्टी टीएमसी ने कांग्रेस पर स्पीकर चुनाव को लेकर एकतरफा फैसला लेने का आरोप लगाया है.
टीएमसी के महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा है कि स्पीकर चुनाव को लेकर कांग्रेस ने उनकी पार्टी से कोई बात नहीं की है. कांग्रेस ने इस मामले में एकतरफा फैसला लिया है. अभिषेक ने कहा कि अब स्पीकर चुनाव को लेकर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी फैसला लेंगी. बता दें कि लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के पास 29 सांसद हैं. ऐसे में विपक्ष को अगर एनडीए उम्मीदवार को स्पीकर चुनाव में टक्कर देनी है तो उसे टीएमसी के समर्थन की जरूरत होगी.
बता दें कि लोकसभा स्पीकर को साधारण बहुमत से चुना जाता है. सांसद अपने वोट के जरिए दो सांसदों को स्पीकर और डिप्टी स्पीकर चुनते हैं. हालांकि, अभी तक की परपंरा बिना चुनाव के सहमति के आधार पर स्पीकर चुनने की रही है. लेकिन अब वोट के जरिए स्पीकर को चुना जाएगा. ऐसे में अब कल यानी 26 जून को चुनाव के दौरान लोकसभा में मौजूद आधे से अधिक सांसद जिस उम्मीदवार को वोट देंगे वही लोकसभा का स्पीकर बनेगा.
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