गुजरात चुनाव में हिंदुत्व बड़ा मुद्दा रहा है. यहां बीजेपी 99 सीटों पर जीत दर्ज कर छठी बार सरकार बनाने जा रही है. ऐसे में सपा और कांग्रेस को आभास हो गया है कि अगला चुनाव हिंदुत्व के मुद्दे पर ही होगा. ऐसे में सपा ने कुम्भ का नाम बदले जाने को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर धर्म से छेड़छाड़ का आरोप लगाया.
लखनऊ. गुजरात चुनाव प्रचार के पैटर्न पर यूपी में भी विपक्ष 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारी करता नजर आ रहा है. इसकी बानगी विधानसभा में उस वक्त दिखी जब शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन मुख्य विपक्षी दल ने योगी आदित्यनाथ पर सनातन धर्म से छेड़छाड़ का आरोप लगाया. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने कुंभ का नाम बदले जाने पर विरोध जताते हुए खुद को बीजेपी से बड़ा हिंदुवादी बताया. इसके साथ ही कहा कि बीजेपी नकली हिंदुवादी है हम असली हिंदू हैं.
इसके साथ ही सपा ने आरोप लगाया कि बीजेपी वेद पुराण को अपने हिसाब से चला रही है. ऐसा करते हुए सपा और कांग्रेस के सदस्य सदन से वॉकआउट कर गए. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व सपा के पूर्व मंत्री रामगोविंद चौधरी ने वेद पुराण के हवाले से कुम्भ व अर्ध कुम्भ के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इन दोनों पर्वों के महत्व अलग-अलग हैं. बीजेपी के लोग हिन्दु आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते. कांग्रेस सदस्यों ने भी सपा के सुर में सुर मिलाते हुए बीजेपी पर धर्म और आस्था के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया.
सपा के आरोपों के बचाव में उतरी बीजेपी की तरफ से मंत्री व सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कि जिन लोगों ने कारसेवकों पर गोली चलवाई वह असली हिंदू नहीं हो सकते. जिस पार्टी ने मंदिर का ताला खुलवाकर बंद करवा दिया वह हिंदू नहीं हो सकता. सिंह ने कहा कि सपा को अब लगता है कि हिंदुत्व की शरण में जाकर ही उनका यूपी में भला हो सकता है. हिंदू धर्म में कोई भी चीज आधी नहीं है इसीलिए अर्धकुम्भ का नाम बदलकर महाकुम्भ रखा गया है.
आपको बता दें कि यूपी की योगी सरकार अर्ध कुम्भ का नाम कुम्भ और और कुम्भ का नाम बदलकर महाकुम्भ करने जा रही है. पिछले दिनों राज्य सरकार ने कैबिनेट में अर्ध कुम्भ को कुम्भ नाम देने का प्रस्ताव पास किया था. इसी को मुद्दा बनाकर सपा ने खुद को बीजेपी से हिंदुवादी बताकर सदन में हंगामा किया.
CM योगी का कांग्रेस पर तंज, कहा- हनुमान जी की नहीं टीपू सुल्तान की करते हैं पूजा
योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर सेल्फी लेना दंडनीय अपराध! पुलिस ने नोटिस लगाकर हटाया