SP BSP Mahagathbandhan Failed in Lok Sabha Election 2019: यूपी की सियासत में बड़े धूम से नरेंद्र मोदी का विजय रथ रोकने के लिए सपा-बसपा का महागठबंधन हुआ था. चुनाव नतीजों में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी ने यूपी में महागठबंधन को महज 15 सीटों में समेट दिया. बीएसपी सुप्रिमो मायवती ने सोमवार को ही कहा था कि महागठबंधन फेल हो गया. उन्होंने इसका ठीकरा सपा पर फोड़ा था. अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बयान आया है. उन्होंने कहा है, "इंजीनियरिंग का छात्र हूं, एक प्रयोग किया था. जरूरी नहीं है कि हर प्रयोग सफल हो."
लखनऊ. लोकसभा चुनाव 2019 में उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन फेल हुआ. नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी ने यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 62 पर जीत दर्ज की वहीं सपा और बसपा को मिलाकर भी कुल 15 सीटें मिलीं. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को कहा था कि सपा से गठबंधन से उनकी पार्टी को नुकसान हुआ. सूबे में आगामी विधानसभा उप चुनाव में बीएसपी ने अकेले लड़ने का निर्णय लिया है. अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी माना है कि यूपी में महागठबंधन फेल हो गया. ईद के मौके पर लखनऊ के ऐशबाग स्थित ईदगाह पर लोगों को मुबारकबाद देने पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा, “इंजीनियरिंग का छात्र होने के नाते मैंने एक प्रयोग किया था. यह जरूरी नहीं है कि प्रयोग सफल ही हों.”
दरअसल मायवती ने सोमवार को पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के बाद कहा था कि यूपी में सपा से गठबंधन करने का बीएसपी को कोई फायदा नहीं हुआ. मायावती ने कहा था कि सपा अपना कोर यादव वोटबैंक भी बसपा में ट्रांसफर नहीं करा पाई. मायावती ने तंज कसते हुए कहा था कि अखिलेश तो डिंपल को भी नहीं जिता पाए. मायावती ने गठबंधन के टूटने का औपचारिक ऐलान तो नहीं किया लेकिन यह जरूर साफ किया था कि बीएसपी आगामी विधानसभा उप चुनावों में अकेले चुनाव लड़ेगी. मायावती के बयान के बाद अखिलेश यादव ने कहा था कि उन्हें गठबंधन टूटने की जानकारी नहीं है. अगर वो अकेले चुनाव लड़ना चाहते हैं तो हम भी अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी करेंगे.
2022 में यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी: अखिलेश यादव
गाजीपुर में एसपी कार्यकर्ता की हत्यता के बाद उसके परिजनों से मिलने पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा, “लोकसभा चुनाव के बाद सबसे ज्यादा राजनैतिक हत्याएं हो रही हैं. गठबंधन को लेकर यही कहूंगा कि अगर गठबंधन टूटा है तो उस पर बहुत सोच-समझकर विचार करूंगा. हम कुछ कहें, कोई कुछ कहे, आप आकलन करें. उपचुनाव की तैयारी एसपी भी करेगी. 11 सीटों पर वरिष्ठ नेताओं से राय-मशविरा करके पार्टी चुनाव लड़ेगी. रास्ते अलग-अलग हैं तो उसका भी स्वागत और सबको बधाई.” दरअसल, गाजीपुर में एसपी कार्यकर्ता विजय यादव की हत्या हो गई थी. अखिलेश ने कहा कि गठबंधन जरूरी नहीं है. मेरे लिए जरूरी है जिसकी हत्या हुई है उसे न्याय मिले. समाजवादी सरकार थी तो मदद होती थी आज मदद नहीं हो रही है लोगों की. यह सरकार कानून व्यवस्था पर ध्यान नहीं दे रही है. आजमगढ़ से गाजीपुर रवाना होने से पहले भी अखिलेश ने गठबंधन से अलग होने के संकेत देते हुए कहा था कि 2022 में यूपी में एसपी की सरकार बनेगी.