Sonu Sood Bed Controversy :कोरोना ने जब 2019 में भारत दस्तक दी तो किसी को नहीं पता था कि ये वायरस इतना भयावक रूप लेगा. जब भारत में 2020 के मार्च में जब केस बढ़ने लगे थे तब पीएम मोदी ने पूर देश में लॅाकडाउन घोषित कर दिया था. इस बीच मसीहा बनकर आए थे अभिनेत सोनू सूद. सोनू सूद ने कई लोगों का खाना खिलाने के साथ प्रवासी मजदूरों को बस से उनके घर भेजा. कई लोग तो उनकी बराबरी भगवान से करने लगे.
नई दिल्ली. कोरोना ने जब 2019 में भारत दस्तक दी तो किसी को नहीं पता था कि ये वायरस इतना भयावक रूप लेगा. जब भारत में 2020 के मार्च में जब केस बढ़ने लगे थे तब पीएम मोदी ने पूर देश में लॅाकडाउन घोषित कर दिया था. इस बीच मसीहा बनकर आए थे अभिनेत सोनू सूद. सोनू सूद ने कई लोगों का खाना खिलाने के साथ प्रवासी मजदूरों को बस से उनके घर भेजा. कई लोग तो उनकी बराबरी भगवान से करने लगे.
वही जब इस साल भी महामरी ने फिर से दस्तक दी तो सोनू सूद फार्म में आ गए. जब लोगों अस्पताल में बेड नहीं मिल रहा था तो उन्होनें एयर एंबुलेंस ले लोगों को उस अस्पताल में भेजा जहां पर बेड उपलब्ध हो. देश की जनता ट्विटर के जरिए अभिनेता से मदद की अपील करती हैं और सोनू बिना समय गनाए मदद को आगे आ जाते हैं. समय पर ऑक्सीजन, इंजेक्शन और बेड दिलाने की वजह से न जाने कितने लोगों की जान बच गई. सोनू सूद के ट्विटर पर 7 मिलियन फॉलोअर्स हैं. लेकिन इसी समाज में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनकी आंखों में सोनू सूद की लोकप्रियता कांटे की तरह चुभती है. एक तरफ सोनू सूद को चाहने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है वहीं उनके कुछ आलोचक भी हैं जिनकी मंशा गाहे बगाहे सामने आ ही जाती है.
जाने पूरा मामला
ऐसा ही एक मामला आज सामने आया लेकिन सच्चाई जानने के बाद उन लोगों की जुबान पर ताले लग गए. मामला उड़ीसा का है. दरअसल हुआ यूं कि सोनू सूद ने ट्विटर पर एक व्यक्ति की मदद करते हुए ट्वीट किया था कि बरहामपुर के गंजाम सिटी अस्पताल (DCHC) में बेड का इंतजाम हो गया है. आप घबराएं नहीं. अब इसपर जब गंजाम जिले के डीएम का ध्यान गया तो उन्होंने शख्स की हेल्थ पर अपडेट दिया और सोनू के इस ट्वीट पर सवाल उठाया.
Thank you so much for your kind words.Our team is always there 24/7 for our country.
Doesn't really matter who calls me when and where I will try my best to reach out to the needy.
Jai Hind 🇮🇳 https://t.co/gCLNJZMXyZ— sonu sood (@SonuSood) May 17, 2021
अब सोनू सूद को जब डीएम साहेब के इस ट्वीट का पता चला तो उन्होंने अपनी तरफ से भी सफाई देनी जरूरी समझी और जिस व्यक्ति की मदद के लिए उन्होंने ट्वीट किया था उसकी व्हाट्सएप चैट का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया. इस चैट में वह व्यक्ति से बातचीत कर रहे हैं और उससे डिटेल्स मांग रहे हैं. चैट के अंत में एक्टर ने हॉस्पिटल का पता बताया है और एक मोबाइल नंबर भी दिया है.
Our intention was not to criticise your system. We have our own TEAM GANJAM to ensure bed availability for patient which work 24*7. Still it’s our duty to investigate if any issues about bed availability. That’s why we cleared the facts. You and your Organization doing great job. https://t.co/nBvIvZR7lM
— Collector & District Magistrate, Ganjam (@Ganjam_Admin) May 17, 2021
इसी के साथ एक्टर ने कैप्शन में लिखा कि- सर, हमारी तरफ से कभी भी ये क्लेम नहीं किया गया कि हमनें आपको अप्रोच किया है. जरूरतमंद व्यक्ति हमें अप्रोच करता है और हम उसके लिए बेड का अरेंजमेंट करते हैं. आपके लिए ये चैट अटैच कर रहा हूं. आपका ऑफिस अच्छा काम कर रहा है. आप डबलचेक कर सकते हैं कि हमनें उस शख्स की भी मदद की है. उसकी कॉन्टैक्ट डिटेल्स आपको भेजी है. जय हिंद.
वहीं कुछ ट्रोल्स ने भी सोनू सूद की हेल्प को पी आर स्टंट तक बता डाला है. हालांकि एक्टर इन सब बातों को नजरअंदाज करते नजर आ रहे हैं. वहीं उन्होंने चीन और फ्रांस जैसे देशों के लिए भी मदद का हाथ आगे बढ़ाया है.
हाल के हफ्तों में सोनू की मंशा संदेह के घेरे में आ गई है, और अधिक से अधिक लोग सोशल मीडिया पर उनसे सवाल कर रहे हैं.अभिनेता ने जरूरतमंदों को सहायता प्रदान करने में एक वर्ष से अधिक समय बिताया. पिछले साल, उन्होंने स्पॉटबॉय को एक साक्षात्कार में बताया, “मैं वास्तव में अपने व्यवहार को उन लोगों के सामने सही ठहराने के लिए नहीं जा रहा हूं जो मेरे इरादों पर संदेह करते हैं. नकारात्मक होना उनके डीएनए में है. यह उनकी गलती नहीं है. ये सभी ट्रोल हैं. उनकी कोई रीढ़ नहीं है और वे केवल अटेशन चाहते हैं.”