CWC Meeting: नई दिल्ली, पांच राज्यों के चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में मंथन का दौर जारी है. रविवार को पार्टी की कार्य समिति (CWC Meeting) की बैठक हुई जिसमें गांधी परिवार ने पार्टी के नेतृत्व छोड़ने की पेशकश की. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी की हार के लिए गांधी परिवार को […]
नई दिल्ली, पांच राज्यों के चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में मंथन का दौर जारी है. रविवार को पार्टी की कार्य समिति (CWC Meeting) की बैठक हुई जिसमें गांधी परिवार ने पार्टी के नेतृत्व छोड़ने की पेशकश की. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी की हार के लिए गांधी परिवार को जिम्मेदार ठहराने पर कहा कि कांग्रेस के हित के लिए गांधी परिवार कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के इस्तीफे की पेशकश को कार्य समिति ने ठुकरा दिया. कार्य समिति के सदस्यो ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताते हुए कहा कि कांग्रेस को संकट से उबारने के लिए गांधी परिवार की कांग्रेस को जरूरत है. कार्यसमिति ने पार्टी में खामियों और विवाद को खत्म करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष के विशेष अधिकार भी दे दिया. कार्य समिति ने ये भी तय किया कि संसद सत्र के ठीक बाद पार्टी में मौजूद संकट को दूर करने लिए एक चिंतन शिविर आयोजित करेगी.
कार्य समिति की बैठक में कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने पार्टी की 2014 के बाद से अब तक 49 चुनावों में 39 चुनाव में हार का आंकड़ा रखा. जिस पर पार्टी के कई नेताओं ने अपनी चिंता जाहिर की. पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आज कोई भी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन नही करना चाहती है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कांग्रेस कार्य समिति में भाजपा को हराने के लिए समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों को साथ लाना होगा. सभी वरिष्ठ नेताओं ने एक सुर में ये कहा कि देश में कांग्रेस ही इकलौती ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो भाजपा के साथ विचारधारा के स्तर पर लड़ाई लड़ सकती है।