भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण, यूआईडीएआई का नंबर एंड्रॉइड स्मार्ट फोन में सेव होने का मुद्दा गरमाता जा रहा है. सोशल मीडिया इस मामले में दो धड़ों में बंटा दिखा. एक तरफ जहां कुछ यूजर्स इसे लेकर चिंता जा रहे हैं तो वहीं कुछ राष्ट्रवादी सोशल मीडिया एक्टिविस्टों ने अफवाह और राजनीतिक साजिश
नई दिल्ली: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण यूआईडीएआई, के नाम से देशवासियों के एंड्रॉइड स्मार्ट फोन में एक नबंर सेव मिला जिसे लेकर सोशल मीडिया पर नई बहस छिड़ गई. जहां एक तरह फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर लोग अपनी पहचान सार्वजनिक हो जाने पर खतरा जता रहे हैं वहीं कुछ राष्ट्रवादी सोशल मीडिया एक्टिविस्टों ने इस घटना को अफवाह व राजनीति से प्रेरित बताया.
मोबाइल फोन में UIDAI का नंबर सेव हो जाने को कई सोशल मीडिया यूजर ने राजनीतिक साजिश बताया. @SharmaKhemchand यूजर ने ट्विटर पर लिखा कि “यूआईडीएआई नंबर सेव होने की घटना मात्र अफवाह है आप इससे चितित न हो. मैंने खुद कई जानकारों से पूछा कि क्या उनके फोन में भी इस प्रकार का कोई नबंर सेव है तो उन्होंने इससे मना किया. साथ ही आधार प्राधिकरण भी साफ कर चुका है कि यह भ्रम फैलाने की साजिश है.”
Plz ignore rumours on #UIDAI helpline number!
Few people with malafide intention are trying to create panic because of their poltical intrests.@UIDAI has clarified that 1800-300-1947 is not a valid Toll free helpline number.
Valid helpline number is 1947.#SeedhaSamvad pic.twitter.com/4QAJoFse5Q— Khemchand Sharma(Modi Ka Parivar) #RadheRadhe (@SharmaKhemchand) August 3, 2018
वहीं विश्व हिंदू परिषद् से जुड़े अभिषेक शर्मा (@Abhishek_Mshra) ने ट्विटर पर लिखा कि “कुछ एमरजेंसी नंबर सिम में पहले से सेव होते है और अगर आधार हेल्पलाइन नंबर सेव हो रहा है तो सिर्फ़ एंड्रॉइड में ही क्यों होगा? वो तो हर उस मोबाइल में होगा जिसमें सिम लगेगा चाहें एंड्रॉइड हो, iOS हो या बेसिक फ़ोन हो. आपकी जानकारी के लिए बता दूं की Pre Save नंबर डिलीट भी हो सकता है.” अभिषेक शर्मा ने एक अन्य ट्विट कर कहा कि उन्होंने 5-6 नंबर चेक किए लेकिन वहां इस प्रकार से कोई नंबर सेव नहीं था.
Checked approx 5-6 android smartphone, there is no #UIDAI helpline number in contact list. pic.twitter.com/681pNO2P5u
— Abhishek Mishra (@Abhishek_Mshra) August 3, 2018
If #UIDAI save their number in your contact list for track you then why they save "Temporary not Available" 1800-300-1947 number ? Why can't they save functional number ?
— Abhishek Mishra (@Abhishek_Mshra) August 3, 2018
ट्विटर पर सीमा चौधरी ट्विटर हैंडल @Seems3r से लिखा गया कि यह उतना ही बेहुदा है जब अफवाहें थीं कि दिल्ली में मंकी मैन है, ये उतना है बेहुदा है- जब कहा गया कि चोटी कांटी जा रही है, ठीक इसी प्रकार एक बार फिर आधार को लेकर यह सब गढ़ा जा रहा है” इसी ट्विटर हैंडल से कई ट्विट किए गए जिसमें लिखा गया है हमारे फोन में कुछ नंबर ऑटोमैटिकली सेव होते हैं जैसे एंबुलेंस नंबर आदि.
Mass Hysteria created "monkey man" in Delhi,
Mass Hysteria created " Braid cutter" in Northern India,
'They' are creating 'Hysteria' over Aadhar card & it will create a monster!#UIDAI
— Seema Choudhary (@Seems3r) August 3, 2018
OMG !!! Why they are trying to track me😂😁😃😭😄#UIDAI pic.twitter.com/s81gKiHxwe
— Seema Choudhary (@Seems3r) August 3, 2018
तो वहीं दूसरी तरफ ऐसे यूजर्स भी हैं जो सोशल मीडिया के जरिए सवाल उठा रहे हैं कि आखिर उनके फोन में यह नंबर सेव कैसे हुआ. सवाल उठाए जा रहे हैं कि इसके पीछे टेलीकॉम कंपनियां जिम्मेदार हैं या खुद यूआईएडीआई. यूआईएडीआई ने साफ किया है कि 1800-300-1947 इस प्रकार का टोल नंबर दो साल पहले ही बंद हो चुका था और इन दो सालों से नया नंबर चालू है. इस नंबर से भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण का कोई लेना देना नहीं है.
ये तो सरासर नाइंसाफ़ी है.. कौन से अकाउंट का इन्फो समेट लें ये सब !! 😂😂😂#UIDAI pic.twitter.com/Igq9WkwjbV
— जया रंजन (@JayaRjs) August 3, 2018
your phone right now #UIDAI pic.twitter.com/QarqN2bpBU
— Vinayak Razdan (@8ate) August 3, 2018
देश ही नहीं विदेश तक में इंडिया वालों के मोबाइल फोन में हैकर्स ने डाला UIDAI का पुराना बंद नंबर
कैसे देश भर के मोबाइल फोन में बिना परमिशन हैकर्स डाल गए UIDAI का पुराना बंद नंबर