नई दिल्ली: धार्मिक मान्यताओं कि ओर से देखा जाए तो, सूर्य ग्रहण पूर्ण या आंशिक रूप में होता है. इस समय खासतयौर पर गर्भवती महिलाओं को और अपने स्वास्थ्य और शिशु के स्वास्थ्य की अच्छे से देखभाल करनी चाहिए. बता दें कि सूर्य ग्रहण के समय मंगल ग्रह का मंत्र “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः […]
नई दिल्ली: धार्मिक मान्यताओं कि ओर से देखा जाए तो, सूर्य ग्रहण पूर्ण या आंशिक रूप में होता है. इस समय खासतयौर पर गर्भवती महिलाओं को और अपने स्वास्थ्य और शिशु के स्वास्थ्य की अच्छे से देखभाल करनी चाहिए. बता दें कि सूर्य ग्रहण के समय मंगल ग्रह का मंत्र “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः भौमाय नमः” का जाप किया जाता है। जानकारी के मुताबिक आज शनिवार 14 अक्टूबर को इस साल का लास्ट सूर्य ग्रहण तकरीब़न रात 08:34 बजे लगेंगे और करीब देर रात 02 बजकर 25 मिनट पर खत्म होने कि सम्भावना है। फिलहाल भारत में सूर्यग्रहण नजर नहीं आएगा । ज्योतिषों के मुताबिक, जब सूर्य ग्रहण लगेगा तब भारत में रात होगी और ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। जानकारी के मुताबिक दुनिया के कई शहरों में अलग-अलग समय पर सूर्यग्रहण दिख सकता है.ऐसी मान्यता है कि सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को बहुत ध्यान से रहना चाहिए. बताया जा रहा है कि सूर्यग्रहण का सूतक काल सुबह शुरु हो गया था।
गर्भवती महिलायें इन बातों का रखें ध्यान
• महिलाओं को सूर्य ग्रहण के समय ध्यानपूर्वक खानपान करना चाहिए।
• सूर्यग्रहण के समय महिलाओं को पौष्टिक भोजन लेना जरुरी है।
• तनाव और चिंता के इसके बुरे प्रभाव हो सकते हैं इससे बचाव करने के लिए प्रयास करें ।
• सूर्यग्रहण गर्भवती महिलाओं को अधिक से अधिक विश्राम की आवश्यकता है।
• सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिलायें घर के बाहर न जाएं।
इन मंत्रो का कर सकते हैं जाप
सूर्य ग्रहण के समय कुछ लोग ध्यान, प्रार्थना और मंत्र जाप करते हैं। रोजाना मंत्र के जाप से मिलती है मन को शांति । सूर्य ग्रहण के समय मंगल ग्रह का मंत्र “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः भौमाय नमः” का जाप कर सकते है। तथा इसके अलावा, सूर्य को नमस्कार करने के लिए “ॐ सूर्याय नमः” या “ॐ ह्रीं ग्रीं सूर्याय नमः” मंत्र का उपयोग भी किया जा सकता है।