नई दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से कारिगरों को रोजगार देने के लिए सोलर चरखा मिशन की शुरुआत की गई. राष्ट्रपति राम नाथ ने 27 जून 2018 को सोलर चरखा मिशन, जिससे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (MSME) की ओर से निभाई गई महत्वपूर्ण आर्थिक भूमिका का आंकलन किया जा सके. इस योजना को विशेष रूप से महिलाओं के लिए लॉन्च किया गया है. सरकार के मुताबिक सोलर चरखा योजना के तहत महिलाओं के लिए एक नया काम पाने का शानदार अवसर होगा. इस योजना के माध्यम से सरकार खादी कपड़ों को बढ़ावा देना चाहती है और सउसे पुनर्जीवित करना चाहती है. इसके अंतर्गत ग्रीन एनर्जी और पर्यावरण फ्रेंडली खादी फैब्रिक को विकसित किया जाएगा.
सोलर चरखा मिशन को माइक्रो स्माल एंड माइक्रो एंटरप्राइजेज (MSME)मंत्रालय की ओर से लॉन्च किया गया है. 2018 में योजना को पूरे देश में लॉन्च करने से पहले 2016 में इसका छोटा प्रारूप बिहार के नवादा जिले के गांव खंडवा में लागू किया गया था. यहां पर मिली सफलता के बाद इस योजना को पूरे देश में लागू करने का फैसला लिया गया. सोलर चरखा मिशन स्कीम के मदद से हमारे देश के कारीगरों को रोजगार के अच्छे अवसर दिए जाएंगे. इस योजना के माध्यम से सरकार महिलाओं को सशक्त कर एवं व्यवसाय पर जोर देते हुए उनका विकास करना चाहती है. यह योजना गांव में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए शुरू की गई है, जिससे ग्रामीणों में रोजगार पैदा हो सके. सरकार के मुताबिक योजना की शुरुआत में 10 लाख रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे.
सोलर चरखा मिशन का उद्देश्य
कौन ले सकता है सोलर चरखा योजना का लाभ
सोलर चरखा मिशन योजना में केवल वहीं लोग शामिल हो सकते हैं जो छोट स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को चलाने की सोच रह हैं. बड़े पैमाने काम करने वाले कारोबारी इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं. सोलर चरखा योजना का लाभ लेने के लिए व्यापारियों के पास माइक्रो स्माल एंड माइक्रो एंटरप्राइजेज (MSME)मंत्रालय की ओर से जारी किए गए प्रमाण पत्र का होना जरूरी है. बिना प्रमाण पत्र के आप इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगे.
योजना का लाभ लेने के लिए कैसे करें ऑनलाइन आवेदन
सोलर चरखा मिशन के लिए व्यक्ति को ऑनलाइन आवेदन करना होगा. इस योजना का ऑनलाइन फॉर्म प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को ऑफिशियल वेबसाइट www.kvic.org.in पर जाना होगा. इस वेबसाइट पर सोलर चरखा मिशन के संबंध में और अधिक जानकारी भी आपको मिल जाएगी. एक बार अगर विभाग ने सोलर चरखा मिशन के तहत आवेदक को चुल लिया गया तो इसके बाद मंत्रालय की ओर जरूरी पार्ट्स और सोलर प्लेट्स की उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके साथ ही आधुनिक चरखे और लूम्स भी दिए जाएंगे. इन मशीनों को लगाने के लिए विभाग की ओर से सहायता की जाएगी.
सोलर चरखा मिशन योजना के लिए शुरुआत में 500 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है. इन पैसों का इस्तेमाल आवेदकों के प्रशिक्षण और मशीने खरीदने में काम आएंगे. इस योजना में माइक्रो स्माल एंड माइक्रो एंटरप्राइजेज (MSME) मंत्रालय की ओर से 10,000 करोड़ रुपये निवेश करने की भी उम्मीद है. योजना को सरकार ने सिर्फ दो साल के लिए लागू किया है. इस दौरान योजना के प्रभाव को भी एनालाइज किया जाएगा. सोलर चरखा योजना को साल 2020 तक ही जारी रखा जाएगा.
Adam Gilchrist: भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी तकरीबन 10 साल बाद हारी है.…
द्र सरकार देश की बड़ी सरकारी तेल कंपनियों को बड़ा तोहफा दे सकती है। सरकार…
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए गौतम अडानी ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस…
Nitish Kumar Reddy: भारतीय ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 से वापस लौटने…
फिल्म गेम चेंजर ने भारत में 10,858 शो के 4 लाख से ज्यादा टिकटों के…
wow momo ceo सागर दरयानी का कहना है कि इन कंपनियों की रणनीति की वजह…