नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव का एलान हो चुका है। सभी पार्टियां जनता को लुभाने में लग गई हैं। नेताओं का एक दूसरे पर वार-पलटवार का दौर चल रहा है। अब स्मृति इरानी ने विपक्ष पर पलटवार किया है। बता दें कि उन्होंने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के काम की जानकारी दी। इससे […]
नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव का एलान हो चुका है। सभी पार्टियां जनता को लुभाने में लग गई हैं। नेताओं का एक दूसरे पर वार-पलटवार का दौर चल रहा है। अब स्मृति इरानी ने विपक्ष पर पलटवार किया है। बता दें कि उन्होंने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के काम की जानकारी दी। इससे पहले कांग्रेस की ओर से उन पर निशाना साधा गया था। उन्होंने निर्भया फंड से शुरू की गई परियोजनाओं के बारे में भी बताया।
स्मृति इरानी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अपने शाश्वत उत्तराधिकारी का पक्ष लेने के एक ज़बरदस्त और कुछ हद तक दयनीय प्रयास में, एक निश्चित दरबारी ने अनजाने में अपनी स्पष्ट अक्षमता को उजागर कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि बौद्धिकता की आड़ में उनके गुमराह प्रयासों के परिणामस्वरूप महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की भूमिका और जनादेश की शर्मनाक गलत व्याख्या हुई है।
स्मृति इरानी ने कहा कि 2014 के बाद, मोदी शासन के तहत, निर्भया फंड के माध्यम से देश भर में कुल 40 परियोजनाएं शुरू की गई हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 तक, कुल राशि रु. 7212.85 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिनमें से 75% का उपयोग पहले ही केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा कार्यान्वित पहलों पर किया जा चुका है।
इससे पहले जयराम रमेश ने कहा था कि 10 वर्षों से डब्ल्यूसीडी मंत्रालय ने केवल “अक्षमता, उदासीनता और महिला विरोधी मानसिकता” देखी है। उन्होंने दावा किया, ”भारत भर में महिलाओं पर हमला होता है और मंत्री स्मृति ईरानी खुद चुप रहती हैं। केवल विपक्ष शासित राज्यों में अपराधों के लिए जागती हैं, उनका मंत्रालय आवश्यक योजनाओं और मेहनती महिलाओं से धन छीनता है।”