नई दिल्ली: मणिपुर हिंसा को लेकर संसद के मानसून सत्र में हंगामा जारी है. जहां मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल पड़ा है. संसद सत्र शुरू होने के चौथे दिन भी ये बवाल जारी रहा जहां हंगामे के बीच लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 […]
नई दिल्ली: मणिपुर हिंसा को लेकर संसद के मानसून सत्र में हंगामा जारी है. जहां मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल पड़ा है. संसद सत्र शुरू होने के चौथे दिन भी ये बवाल जारी रहा जहां हंगामे के बीच लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
#WATCH | Union Minister Smriti Irani says, "Home Minister Amit Shah has said that he is ready for a discussion. He is the minister in charge of internal security. Why the Opposition does not want the truth regarding the Manipur crisis as they call it to come to the fore. I… pic.twitter.com/XkotQK7chI
— ANI (@ANI) July 25, 2023
दरअसल विपक्ष लगातार मणिपुर मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र के बयान की मांग कर रहा है. विपक्ष की मांग है कि मणिपुर हिंसा के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में बयान दें. हालांकि सत्ता पक्ष की ओर से साफ़ कर दिया गया है कि वह इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं. इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का बयान भी सामने आया है.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने विपक्ष की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में इस प्रस्ताव को रखा कि मणिपुर संबंधित घटनाओं पर वे चर्चा चाहते हैं, जवाब देना चाहते हैं। आंतरिक सुरक्षा का दायित्व गृह मंत्री अमित शाह के अंतर्गत आता है। राष्ट्र के गृह मंत्री स्वंय बार-बार विपक्ष से दरख्वास्त कर रहे हैं कि सदन में इस मुद्दे पर चर्चा करें, ऐसा क्या है कि जो विपक्ष मणिपुर के बारे में राष्ट्र के सामने आने देना नहीं चाहता?
आज संसद सत्र का चौथा दिन था. आज लोकसभा जैसे ही सुबह 11 बजे शुरू हुई उसके 3 मिनट बाद ही 2 बजे कर स्थगित कर दी गई. विपक्ष लगातार मणिपुर मामले पर विस्तृत चर्चा करने की मांग कर रहा है वहीं सरकार अल्पकालिक चर्चा की बात कर रहा है. वहीं राज्यभा की कार्यवाही भी भारी हंगामे के बीच 2 बजे तक ले लिए स्थगित कर दी गई है. विपक्ष की मांग है कि लोकसभा और राज्यसभा में पीएम मोदी आकर बयान दें.