नई दिल्ली. SKM Meeting संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार को हुई अहम बैठक ( SKM Meeting ) फैसला किया कि जब तक एमएसपी गारंटी कानून, किसानों के खिलाफ मुकदमें की वापसी और आंदोलन के दौरान मारे गये किसानों के परिजनों को मुआवजा नहीं मिलता तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. इस बैठक में सरकार से […]
नई दिल्ली. SKM Meeting संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार को हुई अहम बैठक ( SKM Meeting ) फैसला किया कि जब तक एमएसपी गारंटी कानून, किसानों के खिलाफ मुकदमें की वापसी और आंदोलन के दौरान मारे गये किसानों के परिजनों को मुआवजा नहीं मिलता तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. इस बैठक में सरकार से वार्ता के लिए 5 नाम भी तय किये गये जिसमें राकेश टिकैत शामिल नहीं हैं. इस कमेटी में युद्धवीर सिंह, शिव कुमार कक्का, बलबीर राजेवाल, अशोक धवाले, गुरनाम सिंह चढ़ूनी को शामिल किया गया है.
बता दें कि तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने के बाद भी किसान दिल्ली की सीमा पर धरने पर बैठे हैं. किसानों का कहना है कि MSP पर कानून बनाया जाए और आंदोलन के दौरान जो भी किसान मारे गए हैं उनके परिवारों को मुआवजा दिया जाए. ऐसे में किसानों ने सरकार से बातचीत के लिए एक कमिटी का गठन किया है. हालांकि, सरकार ने अभी तक किसानों को बातचीत के लिए आमंत्रित नहीं किया है. अब संयुक्त किसान मोर्चा की अगली बैठक 7 दिसंबर को होनी है.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि एमएसपी पर कोई संशय नहीं है. एमएसपी पहले भी थी और आगे भी जारी रहेगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एमएसपी में और पारदर्शिता लाने के लिए उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है.
बता दें कि कृषि कानूनों के निरस्त होने के बाद पंजाब के किसान संगठन आंदोलन खत्म करने के पक्ष में हैं, जबकि राकेश टिकैत जैसे नेता आंदलन वापसी का विरोध कर रहे हैं. टिकैत ने यह बात साफ़ कर दी है कि जब तक मृत किसान के परिवारों को मुआवजा और MSP पर कानून नहीं बन जाता तब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा.