Kisan Mukti March: विभिन्न मांगों के लिए राजधानी दिल्ली पहुंचे लाखों किसानों के विरोध प्रदर्शन में शुक्रवार को कई विपक्षी नेता भी पहुंचे. इस दौरान सभी नेताओं ने किसानों को संबोधित भी किया. किसानों को संबोधित करते हुए सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने भाजपा की तुलना कौरवों से जबकि नरेंद्र मोदी और अमित शाह की तुलना दुर्योधन और दु:शासन से की.
नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में इस समय लाखों किसान मौजूद हैं. देश के अलग-अलग कोने से आए ये किसान अपनी मांगों के लिए गुरुवार को ही रामलीला मैदान पहुंच गए थे. भारी सुरक्षा-व्यवस्था के बाद भी हजारों किसान शुक्रवार को रामलीला मैदान से संसद का घेराव करने निकले. इस किसान मार्च विपक्षी एकजुटता भी देखने को मिली. किसान मार्च में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, आप अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, राकांपा अध्यक्ष शरद पंवार सहित कई अन्य नेता पहुंचे. सभी नेताओं ने किसानों को संबोधित करने हुए भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला. किसानों को संबोधित करते हुए भाकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह की तुलना दुर्योधन और दु:शासन से की।
सीराराम येचुरी जंतर-मंतर पर जब किसानों को संबोधित करने पहुंचे तो चारों ओर से लाल सलाम का नारा गूंज उठा. लोगों के भारी समर्थन में येचुरी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव की बात आती है तो भाजपा और संघ के पास राम-राम नाम के जाप का ब्रह्मास्त्र है. उन्होंने इसकी शुरुआत कर दी है. येचुरी ने आगे कहा कि अब मेहनतकश किसान एकजुट है. हम इन (आरएसएस, भाजपा) ताकतों से देश को बचाएंगे. ये वोट बटोरने के लिए राम नाम का गलत इस्तेमाल करते हैं. महाभारत की कहानी भूल जाते हैं.
येचुरी ने अपने बयान में नरेंद्र मोदी और अमित शाह को दुर्योधन और दु:शासन कहा। येचुरी ने कहा, “महाभारत में कौरव कहते थे कि हम 100 भाई हैं. पांच पांडव कैसे हराएंगे. कौरवों के केवल दो भाइयों के नाम लोगों को याद हैं. दुर्योधन और दुःशासन. भाजपा इतनी बड़ी पार्टी है, ताक़त है लेकिन दो ही भाई याद हैं- नरेंद्र मोदी और अमित शाह. जैसे कौरवों को महाभारत में हराया गया था वैसे ही हम उन्हें हराएंगे.
Yechury: There were a hundred Kauravs but do you know any of the names other than 2? Duryodhan & Dushasan. Same way BJP claims they have crores in party, but people know just 2 – Modi, Shah. We, the opposition, on the other hand are like Pandavs who when together are like a fist. pic.twitter.com/4To4tcaoj2
— Smita Prakash (@smitaprakash) November 30, 2018
Farmers are here to claim their due. Modi govt, the most anti-farmer ever, must go. They have time for fixing their big business cronies’ problems. Just a deafening silence on farmers. The new govt must implement proper policies that enable our Kisans to recover from the crisis. pic.twitter.com/xVfUdzIsM4
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) November 30, 2018
किसान मार्च को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आज भारत में किसान और नौजवानों के मुद्दे सबसे अहम हैं. मोदी सरकार ने 15 लोगों के साढ़े तीन लाख करोड़ क़र्ज़ माफ़ किए तो किसानों का क़र्ज़ क्यों नहीं माफ़ किया जा सकता. बताते चले कि न्यूनतम समर्थन मुल्य, कर्ज माफी, स्वामीनाथन आयोग को लागू करना सहित कई अन्य मांगों के लिए देश भर के लाखों किसान राजधानी दिल्ली में किसान मार्च निकाल रहे हैं.