नई दिल्लीः झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सीता सोरेन ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। हाल ही में नोट के बदल वोट केस मामले में सीता सोरेन का नाम तेजी से सामने आया था। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि उन्हें विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष मुकदमे का सामना करना होगा। […]
नई दिल्लीः झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सीता सोरेन ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। हाल ही में नोट के बदल वोट केस मामले में सीता सोरेन का नाम तेजी से सामने आया था। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि उन्हें विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष मुकदमे का सामना करना होगा। जो पहले से ही 2012 के खरीद-फरोख्त मामले में गवाहों से पूछताछ कर रही हैं।
बता दें कि सीता सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा यानी झामुमो के प्रमुख रहे शिबू सोरेन की बड़ी बहू और पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की भाभी हैं। वह दुमका की जामा विधानसभा सीट से तीन बार विधायक हैं।
ओडिशा के मजूरभंज में पैदा हुईं सीता सोरेन 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई की हैं। उनके पिता का नाम बोदु नरायन मांझी और मां का नाम मालती मुर्मू हैं। उनकी तीन बेटियां है। बता दें कि सीता पढ़ने की भी शौकीन हैं और साहित्य के क्षेत्र में मुंशी प्रेमचंद्र को अपना आदर्श मानती हैं। साल 2021 में अक्टूबर में उनकी दो बेटियों राजश्री और जयश्री सोरेन अपने पिता के नाम पर एक पार्टी का निर्माण किया था। जिसका नाम दुर्गा सोरेन सेना रखा गया था।
वर्ष 2009 में शिबू सोरेन के बड़े बेटे व झामुमो के तत्कालीन महासचिव दुर्गा सोरेन की बोकारो में संदेहास्पद स्थिति में मृत्यु हो गई थी। वह उस वक्त महज 39 साल के थे और मृत्यु की वजह किडनी फेल होना बताया जा रहा है। बड़े भाई के निधन के बाद ही हेमंत सोरेन का पार्टी में कद बढ़ा।