नई दिल्लीः सिक्किम में बादल फटने से तीस्ता नदी में आई बाढ़ ने बाद राज्य का हाल बेहद खराब है आम जीवन त्रस्त हो गया है। प्रदेश की मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने शनिवार को कहा कि हम सभी की प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को बचाना और जरुरी सुविधाएं मुहैया करना। उन्होंने कहा कि केंद्र […]
नई दिल्लीः सिक्किम में बादल फटने से तीस्ता नदी में आई बाढ़ ने बाद राज्य का हाल बेहद खराब है आम जीवन त्रस्त हो गया है। प्रदेश की मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने शनिवार को कहा कि हम सभी की प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को बचाना और जरुरी सुविधाएं मुहैया करना। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से पूरा सहयोग मिल रहा है। सीएम तमांग ने कहा कि केंद्र सरकार ने धनराशि भी जारी की हैं। उन्होंने कहा कि आपदा के कारण बहुत नुकसान हुआ है। साथ हीं उन्होंने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर पहले की सरकार ने बांध का निर्माण किया होता तो आज इस आपदा से बचा जा सकता था। उन्होंने कहा कि वह एक समिति बनाकर इस मामले की जांच कराएंगे और दोषियों के लिए सजा सुनिश्चित करेंगे।
आपदा के कारण लोगों की मौत हुई
सीएम तमांग ने कहा कि आपदा के कारण अगर आंकड़ों पर गौर करे तो 19 शब बरामद हुए है और 103 लोग लापता है। साथ ही 22 सैन्यकर्मीयों में से सात के शब नदी में से बरामद किए जा चुके है। उन्होंने कहा कि आपदा से प्रभावित परिवारों की संख्या 22 हजार से अधिक है। जिसमें 3900 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है। फिलहाल उन्हें राहत – बचाव शिविर में रखा गया है। वहीं सरकार कि तरफ से 26 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं।
सीएम प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि आपदा के समय में केंद्र सरकार हर संभव सहायता कर रही है। सरकार द्वारा राहत के लिए रसद सहायता, सेना और वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही हैं। साथ ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति का जायजा भी लिया है। उन्होंने कहा कि स्कूल कॉलेज 15 अक्टूबर तक बंद कर दिए जाएंगे। हालांकि पश्चिम सिक्किम में स्कूल बंद नहीं किए गए है। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों से भी चर्चा हुई हैं लेकिन राज्य की सीएम ममता बनर्जी से कुछ बात नहीं हुई है।
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