नई दिल्ली: श्रद्धा मर्डर केस की चार्जशीट में अब एक के बाद एक चौंका देने वाले खुलासे हो रहे हैं. हत्यारोपी आफताब अमीन पूनावाला की हर करतूत अब बेनकाब हो रही है. . कत्ल के मोटिव से लेकर साजिश के अंजाम तक इस चार्जशीट में सब कुछ बताया गया है. पुलिस ने अब पूरी कहानी […]
नई दिल्ली: श्रद्धा मर्डर केस की चार्जशीट में अब एक के बाद एक चौंका देने वाले खुलासे हो रहे हैं. हत्यारोपी आफताब अमीन पूनावाला की हर करतूत अब बेनकाब हो रही है. . कत्ल के मोटिव से लेकर साजिश के अंजाम तक इस चार्जशीट में सब कुछ बताया गया है. पुलिस ने अब पूरी कहानी का खुलासा किया है जो इस हत्या के कई पहलुओं को दिखाता है. अब खुलासा हुआ है कि जब आफताब ने श्रद्धा के शव के टुकड़े किए तब चारो ओर खून ही खून था. खून के दाग और सभी सबूत मिटाने के लिए आफताब ने ऑनलाइन शॉपिंग की थी. इस दौरान आफताब ने सफाई का सामान मंगवाया था.
इसी दिन आफताब ने इस संगीन वारदात को अंजाम दिया था. सुबह के समय श्रद्धा आफताब के पास पहुंची थी. श्रद्धा और आफताब के बीच इसी दिन झगड़ा हुआ था. लेकिन थोड़ी देर बाद दोनों शांत हो गए और फिर उन्होंने बाहर से खाना मंगवाया. श्रद्धा ने खाना खाने के बाद आफताब से वसई (मुंबई) जाने के लिए कहा था ताकि वो वहां किराये के मकान से अपना सामान लेकर वापस आ सके. इस दौरान आफताब ने तबीयत ठीक ना होने का बहाना कर वसई जाने से मना कर दिया था.
इसके बाद दोनों का झगड़ा फिर शुरु हो गया जिसके बाद आफताब ने गुस्से में आकर श्रद्धा को उठाकर जमीन पर पटका। इसके बाद हत्यारोपी ने उसके सीने पर बैठकर दोनों हाथों से उसका गला दबा दिया. इसके बाद आफताब ने श्रद्धा की लाश को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया.
चार्जशीट के अनुसार आफताब ने पहले लाश को एक बैग में डाला. वह इसे लेकर हिमाचल प्रदेश जाना चाहता था. इसलिए हत्यारोपी ने 1200 रुपये का बड़ा सा बैग भी खरीद कर लाया था.इसके अलावा उसने कुछ ट्रैवल एजेंट से बात भी की थी. लेकिन फिर जगह-जगह चेकिंग के डर से वह ये नहीं कर पाया. इसके बाद वह श्रद्धा की लाश को लेकर बाथरूम गया और वहाँ उसने लाश छुपा दी थी.
इसके बाद आफताब ने ऑनलाइन एक आरी और उस आरी के तीन ब्लेड खरीदे.सबसे पहले उसने इसी ब्लेड से श्रद्धा की दोनों हाथों की कलाइयां काटी. इस वजह से बाथरूम में काफी खून फ़ैल गया था. इसके बाद आफताब ने छतरपुर से ही कूड़े की थैली, एक चाकू और एक चॉपर खरीदा. 19 मई के दिन उसने चाकू को बैग में रखा और बैग को पीठ पर टांग कर घर लौटने की योजना बनाई.
फ्रिज और डॉक्टर
इस दौरान उसका हाथ कट गया और खून बहने लगा. वह इसके बाद डॉक्टर के पास गया था जहां डॉक्टर ने उसे पांच टांके लगाए गए थे. इसके बाद उसने दूसरी दुकान पर पहुंचकर वहां से एक फ्रिज खरीदा. इस फ्रिज की कीमत उसने सिटी बैंक के क्रेडिट कार्ड से 25 हजार रुपये देकर चुकाई.
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