नई दिल्ली: पुणे अदालत ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को मानहानि के एक मामले में 23 अक्तूबर को पेश होने का आदेश दिया है। बता दें यह मामला विनायक दामोदर सावरकर के पोते सत्यकी अशोक सावरकर द्वारा दायर किया गया है, जिन्होंने राहुल गांधी के एक कथित बयान पर […]
नई दिल्ली: पुणे अदालत ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को मानहानि के एक मामले में 23 अक्तूबर को पेश होने का आदेश दिया है। बता दें यह मामला विनायक दामोदर सावरकर के पोते सत्यकी अशोक सावरकर द्वारा दायर किया गया है, जिन्होंने राहुल गांधी के एक कथित बयान पर आपत्ति जताई है।
आपत्ति जताते हुए सत्यकी सावरकर ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने पिछले साल इंग्लैंड में एक यात्रा के दौरान सावरकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. वहीं इससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है। इसके बाद राहुल गांधी बयान के खिलाफ सत्यकी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद अब अदालत ने राहुल गांधी को पेश होने का आदेश जारी किया गया है।
बता दें यह पहली बार नहीं है जब सावरकर से जुड़े किसी बयान को लेकर राहुल गांधी को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले, नासिक जिले की एक अदालत ने भी 27 सितंबर को इसी मामले में राहुल गांधी को नोटिस जारी किया था। वहीं यह मामला नवंबर 2022 में दिए गए उनके बयान से संबंधित है, जिसमें शिकायतकर्ता ने दावा किया था कि राहुल गांधी ने सावरकर की प्रतिष्ठा को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया है। सीएक आबाद यह कहा जा सकता है कि सावरकर पर कांग्रेस नेताओं के बयान अक्सर विवाद का कारण बने हैं।
वहीं राहुल गांधी की आलोचना भाजपा द्वारा लगातार की जाती रही है। हाल ही में कर्नाटक के मंत्री दिनेश गुंडू राव ने सावरकर पर एक विवादित बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि सावरकर मांस खाते थे और गौ वध के खिलाफ नहीं थे। इस बयान के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि सावरकर का बार-बार अपमान किया जा रहा है। वहीं शिवसेना ने भी इस बयान पर नाराजगी जाहिर की थी।
पार्टी के प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्हें बाल ठाकरे की तस्वीर का इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं है और उम्मीद की जा रही थी कि उद्धव ठाकरे कांग्रेस के मंत्री के बयान के खिलाफ विरोध जताएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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