नई दिल्ली। देश में बढ़ती महंगाई को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। लगातार 9वीं बार मौद्रिक नीति समिति यानी MPC की बैठक में रेपो रेट स्थिर रखने का फैसला किया गया है। इससे पहले 2023 के फरवरी में रेपो रेट में बदलाव किया गया था। कर्ज […]
नई दिल्ली। देश में बढ़ती महंगाई को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। लगातार 9वीं बार मौद्रिक नीति समिति यानी MPC की बैठक में रेपो रेट स्थिर रखने का फैसला किया गया है। इससे पहले 2023 के फरवरी में रेपो रेट में बदलाव किया गया था। कर्ज सस्ता होने और ईएमआई का बोझ कम होने का इंतजार कर रहे लोगों को आरबीआई के फैसले से झटका लगा है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने जानकारी दी कि केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट को फिर से स्थिर रखने का निर्णय लिया है। महंगाई अभी भी सबसे बड़ी चिंता है, यहीं वजह है कि मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थिर रखने का फैसला लिया है। ब्याज कम करने के लिए रिजर्व बैंक अभी और इंतजार करेगी। एमपीसी के बैठक में 6 में से 4 सदस्यों ने रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला किया।
वॉयस ऑफ बैंकिंग के फाउंडर अश्वनी राणा ने कहा कि रिजर्व बैंक की बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 2024 में लगातार चौथी बार रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई परिवर्तन नहीं किया। महंगाई दर को काबू में रखने के लिए रिजर्व बैंक के प्रयास जारी है लेकिन अभी भी रिजर्व बैंक के टारगेट से ऊपर है। अभी रेपो रेट 6.50 ही रहेगा।
अश्वनी राणा ने आगे कहा कि रेपो रेट में कमी होने का इंतजार कर रहे बैंकों के ग्राहकों को निराशा हाथ लगी है। यदि रिजर्व बैंक को लगेगा कि महंगाई काबू में आ गई है तो अगले बैठक में रेपो रेट कम किया जा सकता है। साथ ही अच्छे मानसून पर भी डिपेंड करता है।
IIT इंदौर ने किया कमाल, बनाए GPS लोकेशन ट्रैक करने वाले जूते