लखनऊ। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव का इटावा में एक बार फिर दर्द छलका है. समाजवादी पार्टी विधायक शिवपाल सिंह यादव ने भरत और श्री कृष्ण का उदाहरण देते हुए अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव का नाम लिए बिना इशारों-इशारों में उन पर हमला किया है. शिवपाल यादव अपने क्षेत्र […]
लखनऊ। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव का इटावा में एक बार फिर दर्द छलका है. समाजवादी पार्टी विधायक शिवपाल सिंह यादव ने भरत और श्री कृष्ण का उदाहरण देते हुए अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव का नाम लिए बिना इशारों-इशारों में उन पर हमला किया है. शिवपाल यादव अपने क्षेत्र जसवंतनगर के चौबेपुर में आयोजित एक धार्मिक समारोह मे बोल रहे थे. यहा पर चाचा शिवपाल ने बातों बातों में तंज कसते हुए अपनी बात बोल दी.
शिवपाल सिंह यादव ने अपने आप को भरत और श्री कृष्ण के चरित्र से जोड़ कर पेश किया. उन्होंने कहा कि संकट से कोई बच नहीं सका है. संकट तो भगवान राम पर भी आया, जब उनका राजतिलक होने जा रहा था लेकिन कैकई के कारण वनवास हो गया था. भरत ने राम की चरण पादुका रख कर 14 साल राजपाट चलाया. आगे शिवपाल केवल यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण का जन्म जेल में हुआ था. कंस ने अपनी बहन देवकी और बहनोई को जेल में डाल दिया था. जहां पर कृष्ण का जन्म हुआ था. कौरवों और पांडवों के बीच में महाभारत का युद्ध नहीं होता लेकिन एक गलती के कारण युद्ध के हालात बन गए थे.
बता दें कि विधानसभा चुनावों के बाद से ही अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव में नाराजगी की खबरें सामने आती रही है. बहुत से मौके पर तो दोनों ने एक दूसरे पर खुलकर हमला बोला है. अब एमएलसी चुनाव के बाद माना जा रहा है कि शिवपाल यादव फिर से अपनी पार्टी के कामों में लग गए हैं. वहीं उन्होंने सपा से अलग होकर नगर निकाय चुनाव लड़ने का एलान भी कर दिया है.
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