shivaji maharaj memorial statue mumbai: दुनिया की सबसे ऊंची सरदार वल्लभ भाई पटेल के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का उद्धघाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर को करेंगे. आपको यह जान कर हैरानी होगी कि इस स्मारक के पास यह खिताब कुछ साल ही रहेगा क्योंकि 2021 में भारत के महाराष्ट्र में शिवाजी स्टैच्यू बनेगा जो दुनिया का सबसे ऊंचा स्मारक होगा.
अहमदाबाद. सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति का अनावरण करने वाले हैं. सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति जिसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का नाम दिया गया है, यह 182 मी ऊंची है जो कि दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है. इसके बाद चीन में बुद्ध की मूर्ति दूसरी सबसे ऊंची मूर्ति है.
पर आपको यह जान कर हैरानी होगी कि कुछ ही दिनों बाद यह मूर्ति दुनिया की पहली नहीं बल्कि दूसरी सबसे ऊंची प्रतिमा कहलाएगी. ऐसा इसीलिए क्योंकि महाराष्ट्र सरकार का दावा है कि वह गुजरात सरकार से भी ऊंचे स्टैच्यू का निर्माण कर रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 2021 में छत्रपति शिवाजी का स्टैच्यू मुंबई में अरब सागर में बनाया जाएगा जिसकी लागत करीब 3800 करोड़ रुपये आएगी. बता दें गुजरात सरकार द्वारा बनाए गए स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की लागत करीब 2300 करोड़ रुपये आई जो पर्यटकों के लिए 31 अक्टूबर से खुल जाएगा.
महाराष्ट्र सरकार का दावा है कि यह स्टैच्यू 2021 में बन कर तैयार हो जाएगा और 212 मीटर ऊंची इसकी मूर्ति होगी जो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से 30 मीटर से ज्यादा है. बताया जा रहा है कि इस स्मारक को शिव स्मारक के नाम से जाना जाएगा. गौरतलब है कि महाराष्ट्र के इस स्टैच्यू की नींव भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 दिसंबर 2016 में रखी थी. वहीं स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की नींव गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने 2013 में रखी थी.
दोनों में सामान्य बात यह होगी कि दोनों को पर्यटकों के लिए बनाया जाएगा. इसी तरह दोनों स्मारकों में एक बात और कॉमन है , वह है राम वी सुतार. जी हां, राम वी सुतार ने ही स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण किया है उसी तरह छत्रपति शिवाजी का स्मारक को भी सुतार के निगरानी में बनाया जाएगा.
Statue of Unity: सरदार पटेल: दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की 10 बड़ी बातें