Sheila Dixit on Narendra Modi: दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने एक इंटरव्यू में कहा कि 26/11 हमले के बाद पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का पाकिस्तान और आतंकवाद को जवाब उतना सख्त नहीं था, जितना पुलवामा आतंकी हमले के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने दिया. हालांकि बाद में उन्होंने इस पर सफाई देते हुए कहा कि मीडिया ने उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया.
नई दिल्ली. दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित ने गुरुवार को कहा कि 26/11 हमले के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का रुख उतना सख्त नहीं था, जितना पुलवामा आतंकी हमले के बाद पीएम नरेंद्र मोदी का है. हालांकि उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने यह सब ‘राजनीति’ के लिए किया है.
एक इंटरव्यू में शीला ने कहा, मनमोहन सिंह, हां, मैं आपसे सहमत हूं, उतने सख्त और दृढ़ संकल्प वाले नहीं थे, जितने नरेंद्र मोदी हैं. लेकिन उन्होंने यह राजनीति के लिए किया है. शीला दीक्षित का यह बयान, पीएम नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी पर आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुंबई हमले के बाद भारत ने कुछ नहीं किया, जबकि भाजपा सरकार ने मुंहतोड़ जवाब दिया. हालांकि बाद में उन्होंने बयान जारी कर कहा कि मीडिया ने उनके बयान को घुमा-फिराकर पेश किया है.
तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकीं शीला दीक्षित से एयर स्ट्राइक के बाद ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के मूड’ पर टिप्पणी करने को कहा गया था. साथ ही यह भी पूछा गया कि लोग नरेंद्र मोदी को देखेंगे क्योंकि वह मजबूर नेता हैं? इसके जवाब में शीला ने कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा से आपका क्या मतलब है? इस पर पूछा गया कि पीएम मोदी के मुताबिक, दूसरे के घर में घुसकर उसे सबक सिखाना.
जवाब में शीला दीक्षित ने कहा, मैं आपसे एक सवाल पूछना चाहती हूं. क्या इंदिरा गांधी के वक्त देश की सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा गया था? बता दें कि एयर स्ट्राइक के बाद पीएम मोदी ने सवाल उठाया था कि यूपीए सरकार ने नवंबर 2008 के हमले के बाद पाकिस्तान को करारा जवाब क्यों नहीं दिया था. 26/11 के हमले में 10 पाकिस्तानी आतंकियों ने मुंबई में कई जगहों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं और 166 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था.