मुंबई: 83 साल के हो चले शरद पवार अभी भी महाराष्ट्र की राजनीति का केंद्र बने हुए हैं. पवार ना सिर्फ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पूरी तरह सक्रिय है बल्कि वह अपने विपक्षियों को मात देने के लिए नई-नई चाल भी चल रहे हैं. शरद ने बीते तीन दिनों में तीन ऐसी चाल चली है […]
मुंबई: 83 साल के हो चले शरद पवार अभी भी महाराष्ट्र की राजनीति का केंद्र बने हुए हैं. पवार ना सिर्फ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पूरी तरह सक्रिय है बल्कि वह अपने विपक्षियों को मात देने के लिए नई-नई चाल भी चल रहे हैं. शरद ने बीते तीन दिनों में तीन ऐसी चाल चली है जिससे ये साफ हो गया है कि वे ही महाराष्ट्र की सियासत के असली चाणक्य हैं.
आइए जानते हैं कि शरद पवार की ये तीनों चाल कौनसी है…
शरद पवार ने महाराष्ट्र में टिकट वितरण का बिल्कुल नया तरीका अपनाया है. उनके इस तरीके ने बीजेपी और अजित पवार वाली एनसीपी के लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है. पवार लगातार उन नेताओं पर नजरें गड़ाए हुए हैं जो बीजेपी और एनसीपी (अजित गुट) से नाखुश हैं. शरद ऐसा नेताओं को ना सिर्फ अपने दल में शामिल करा रहे हैं बल्कि उन्हें हाथों-हाथ टिकट भी दे रहे हैं. बीते दिनों उन्होंने बीजेपी नेता संदीप नाइक को पार्टी में शामिल कराकर महायुति को बड़ा झटका दिया.
शरद पवार की दूसरी चाल सीधे तौर पर भतीजे अजित पवार के खिलाफ है. शरद एनसीपी के उन विधायकों को टारगेट कर रहे हैं, जिन्होंने अजित पवार के साथ जाकर उन्हें धोखा दिया था. शरद पवार चुन-चुनकर अजित के विधायकों के खिलाफ मजबूत से मजबूत उम्मीदवार खड़े कर रहे हैं. उनकी इस चाल से भतीजे अजित को बड़ा नुकसान हो सकता है.
शरद की तीसरी चाल अपने ही गठबंधन के लोगों के खिलाफ है. उन्होंने महा विकास अघाड़ी में सीट बंटवारे के दौरान शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस से वो सीटें मांग ली हैं जहां पर चुनावी जीतने की संभावना ज्यादा है. बता दें कि शरद पवार ने ऐसा ही लोकसभा चुनाव के दौरान भी किया था. उस वक्त उनकी पार्टी ने सिर्फ 10 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और 8 पर जीत हासिल की थी. आम चुनाव में महाराष्ट्र में शरद पवार की पार्टी का स्ट्राइक रेट सबसे बेहतर रहा था.
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