नई दिल्लीः तिरुपति लड्डू प्रसादम को लेकर उठे विवाद से पूरे देश में हड़कंप मच गया है। इस बीच उत्तराखंड के ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मंगलवार को कहा कि यह घटना हिंदू भावनाओं पर “हमला” है। उन्होंने इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ “कड़ी कार्रवाई” की मांग की। उन्होंने पीएम के […]
नई दिल्लीः तिरुपति लड्डू प्रसादम को लेकर उठे विवाद से पूरे देश में हड़कंप मच गया है। इस बीच उत्तराखंड के ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मंगलवार को कहा कि यह घटना हिंदू भावनाओं पर “हमला” है। उन्होंने इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ “कड़ी कार्रवाई” की मांग की। उन्होंने पीएम के गाय के साथ खेलने पर भी टिपण्णी की है।
अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा, “यह घटना हिंदू भावनाओं पर हमला है…इसे विवाद कहना ठीक नहीं है… यह उससे कहीं ज्यादा है। 1857 के विद्रोह के दौरान एक मंगल पांडे ने चर्बी वाले कारतूस को मुंह से खोलने से इनकार कर दिया था जिससे देश में क्रांति हुई। लेकिन आज इसे करोड़ों भारतीयों के मुंह में ठूंस दिया गया है… यह कोई छोटी बात नहीं है। इस मामले की जांच में देरी नहीं होनी चाहिए।” देशव्यापी ‘गौ रक्षा यात्रा’ के तहत पटना पहुंचे अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि हम हिंदू इस घटना को कभी नहीं भूल सकते। यह हिंदू समुदाय के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है… इसकी गहन जांच होनी चाहिए और इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”
शंकराचार्य ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सरकारी आवास पर गायों के साथ खेलते हैं और दूसरी तरफ देश में गोमांस का निर्यात बढ़ रहा है… यह बहुत ही चौंकाने वाला और परेशान करने वाला सच है। विपक्षी दलों द्वारा देश में जाति आधारित जनगणना कराने की मांग पर उन्होंने कहा, इसमें कुछ भी गलत नहीं है। इस मामले का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। जाति आधारित जनगणना जरूर होनी चाहिए ताकि सरकार समाज के कमजोर वर्गों की बेहतरी के लिए कदम उठा सके।
Also Read- जम्मू कश्मीर की 26 सीटों पर चुनाव आज, पीएम ने की जनता से मतदान की अपील
एक समय था जब LJP नीतीश कुमार के खिलाफ थी, आज वहीं कर रही है तारिफ़, जाने यहां मामला?