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पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोले से पटा शंभू बॉर्डर, किसानों ने रोका दिल्ली मार्च

दिल्ली के लिए निकले 101 किसानों के जत्थे को पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर रोक दिया. किसानों को राजधानी दिल्ली की ओर बढ़ने की इजाजत नहीं दी गई. हालांकि किसान दिल्ली जाने की अपनी जिद पर अड़े रहे, जिसके बाद उनकी पुलिस से झड़प शुरू हो गई है.

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पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोले से पटा शंभू बॉर्डर, किसानों ने रोका दिल्ली मार्च
  • December 8, 2024 4:37 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 weeks ago

नई दिल्ली: पुलिस के झड़प के बाद किसानों ने अपना प्रदर्शन रविवार को स्थगित कर दिया. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि घायल किसानों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अब यह तय करेंगे कि कल यानी सोमवार को विरोध-प्रदर्शन जारी रखना है या फिर नहीं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम आज के हालात की अच्छे से समीक्षा करेंगे.

शंभू बॉर्डर पर 101 किसानों को रोका गया

इससे पहले दिल्ली के लिए निकले 101 किसानों के जत्थे को पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर रोक दिया. किसानों को राजधानी दिल्ली की ओर बढ़ने की इजाजत नहीं दी गई. हालांकि किसान दिल्ली जाने की अपनी जिद पर अड़े रहे, जिसके बाद उनकी पुलिस से झड़प शुरू हो गई है. इस दौरान पुलिस ने किसानों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे. बताया जा रहा है कि इस दौरान चार किसान घायल हो गए.

इन मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसान

बता दें कि किसान 13 सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. इन 13 मांगों में एमएसपी, खाद की कमी जैसी मांग शामिल हैं. आइए सभी 13 मांगों को जानते हैं….

सभी फसलें MSP पर खरीदी जाएं.
फसलों की कीमत डॉक्टर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट से तय हो.
DAP खाद की कमी को दूर किया जाए.
किसान और खेतिहर मजदूरों का कर्ज माफ कर उन्हें पेंशन दी जाए.
भूमि अधिग्रहण नियम 2013 फिर से लागू हो.
लखीमपुर खीरी कांड के दोषियों को सजा मिले.
मुक्त व्यापार समझौते पर रोक लगे.
किसान आंदोलन में शहीद हुए कृषकों के परिजनों को मुआवजा और सरकारी नौकरी मिले.
विद्युत संशोधन विधेयक 2020 रद्द हो.
मनरेगा के तहत हर साल 200 दिन काम और 700 मजदूरी मिले.
नकली बीज और कीटनाशक बेचने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कानून बनाई जाए.
हल्दी मिर्च समेत अन्य मसालों के लिए राष्ट्रीय आयोग का गठन हो.
संविधान की पांचवीं सूची लागू कर आदिवासियों की जमीन लूट को बंद किया जाए.

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