नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में कई महिलाओं के साथ बलात्कार और जमीन हड़पने के आरोपी शाहजहां शेख का एक वीडियो सामने आया है। यह वही शाहजहां शेख हैं जिन्हें बहमन 29 तारीख को गिरफ्तार किया गया था और अदालत में पेशी के दौरान अकड़कर चलते देखा गया था। […]
नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में कई महिलाओं के साथ बलात्कार और जमीन हड़पने के आरोपी शाहजहां शेख का एक वीडियो सामने आया है। यह वही शाहजहां शेख हैं जिन्हें बहमन 29 तारीख को गिरफ्तार किया गया था और अदालत में पेशी के दौरान अकड़कर चलते देखा गया था। चलते-चलते उसने अपनी उंगली उठाई और वहां खड़े लोगों की ओर इशारा किया था।
शाहजहां का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उसे अदालत से बाहर निकलते समय पुलिस की गाड़ी में बैठा हुआ देखा जा सकता है। इस बीच उसके परिवार के कुछ सदस्य और समर्थक बाहर खड़े रहे. जैसे ही शाहजहां शेख ने अपनी छोटी बेटी को बाहर देखा, वह फूट-फूट कर रोने लगा। बता दें शाहजहां शेख का ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
संदेशखाली मामले में आरोपी शेख शाहजहां जेल ले जाते समय वैन में अपने परिवार के सदस्यों से बात करते हुए भावुक हुए.#Sandeshkhalihorror #LatestNews #SheikhShahjahan #InKhabar #WestBengal pic.twitter.com/mnxoWWGypz
— InKhabar (@Inkhabar) April 24, 2024
शाहजहां शेख के वीडियो पर भाजपा ने तंज कसा है. बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, ‘स्वैग गायब हो गया है. ममता बनर्जी का पोस्टर बॉय बलात्कारी शेख शाहजहां एक नादान बच्चे की तरह रो रहा है. अगर कानून के शिकंजे में फंस गया तो कोई बचाने नहीं आयेगा. यहां तक कि ममता बनर्जी भी. वह अपने मंत्रियों को भी नहीं बचा सकीं. घड़ी चल रही है।’
शाहजहां शेख को टीएमसी का ताकतवर और प्रभावशाली नेता माना जाता है. वह टीएमसी संदेशखाली इकाई के अध्यक्ष भी थे। शाहजहां शेख पहली बार तब सुर्खियों में आया जब 5 जनवरी को ईडी की टीम बंगाल राशन घोटाला मामले में शाहजहां से पूछताछ करने पहुंची तो उसका गुगों ने ईडी की टीम पर हमला कर दिया था. इसके बाद से ईडी लगातार शाहजहां शेख को पूछताछ के लिए बुला रही है, लेकिन ईडी टीम पर हमले के बाद वह फरार हो गया. 55 दिन बाद इसी साल फरवरी में पुलिस उसे गिरफ्तार करने में कामयाब रही.
ईडी टीम पर हमले के बाद संदेशखाली तब सुर्खियों में आया था जब महिलाओं ने शाहजहां शेख और उनके साथियों पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप लगाया था. इस मुद्दे पर वाम दलों और भारतीय जनता पार्टी ने ममता सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. चूंकि संदेशखाली पर धारा 144 लागू की गई थी, इसलिए विपक्षी नेताओं को संदेशखाली की यात्रा करने से रोक दिया गया था, लेकिन भाजपा नेता इस मुद्दे को बंगाल से दिल्ली तक ले गए और ममता सरकार से सभी संदिग्धों की गिरफ्तारी पर जोर देने का आग्रह किया। जब कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शाहजहां की गिरफ्तारी का आदेश दिया, तो पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और उसे गिरफ्तार कर लिया।
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