पटना/नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के मुखिया और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पिछले कुछ दिनों से नरेंद्र मोदी सरकार का असहज करने वाला बयान दे रहे हैं. बीते कई दिनों से वह राष्ट्रीय जन तांत्रिक गठबंधन (NDA) की विचारधारा से अलग राय रख रहे हैं. इस बीच बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने चिराग की […]
पटना/नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के मुखिया और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पिछले कुछ दिनों से नरेंद्र मोदी सरकार का असहज करने वाला बयान दे रहे हैं. बीते कई दिनों से वह राष्ट्रीय जन तांत्रिक गठबंधन (NDA) की विचारधारा से अलग राय रख रहे हैं. इस बीच बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने चिराग की बयानबाजी रोकने के लिए विस्फोटक प्लान बनाया है. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चिराग के चाचा पशुपति पारस से मुलाकात की है.
बताया जा रहा है कि गृह मंत्री शाह और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की मुलाकात आगामी बिहार चुनाव के सिलसिले में हुई है. बीजेपी 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में चिराग के साथ-साथ पशुपति को भी कुछ सीटें देना चाहती है. मालूम हो कि कुछ महीने पहले समाप्त हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पशुपति की जगह चिराग को तरजीह दी थी.
बता दें कि चिराग पासवान इससे पहले भी एनडीए से अलग रुख अपना चुके हैं. हाल ही में उन्होंने केंद्र सरकार की लेटरल एंट्री वाली भर्ती का पुरजोर विरोध किया था. इसके अलावा अनुसूचित जाति (SC) व जनजाति (ST) आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ हुए भारत बंद का भी उन्होंने समर्थन किया था.